सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र के सबदरा गांव में लूटपाट कर रहे लुटेरों ने विरोध करने पर एक युवक की हत्या कर दी। लूट की घटना को अंजाम दे कर भाग रहा एक अपराधी मॉब लिंचिंग का शिकार हो गया। भीड़ ने उसे पीट-पीटकर मार डाला, जबकि दूसरे साथी को अधमरा कर दिया। उसका उपचार कराया जा रहा है। हालांकि पुलिस मॉब लिंचिंग की घटना से साफ इंकार कर रही है और इसे हत्या का मामला बता रही है। इस घटना के विरोध में लोगों ने छपरा-सीवान मार्ग को दो घंटे तक जाम कर दिया। आक्रोशित लोगों ने अपराधियों की बाइक को बीच सड़क पर ही आग के हवाले कर दिया।
मृतक की पहचान मांझी थाना क्षेत्र के नटवर बीरबल गांव निवासी नागेन्द्र यादव का पुत्र सोनू कुमार के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि सोनू अपने एक महिला रिश्तेदार को बनवार के समीप बस पर बैठाने के बाद बाइक से वापस लौट रहा था। तभी घात लगाए बैठे हथियारों से लैस दो अपराधियों ने लूटपाट की नीयत से सोनू के साथ हाथापाई की। लूट का विरोध करने पर बदमाशों ने सोनू के सिर में गोली मार दी। सोनू की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। सोनू बिहार पुलिस की लिखित परीक्षा पास कर चुका था। वह पुलिस में बहाल होने के लिए रोज सुबह- शाम उसी सड़क पर दौड़ लगाता था।
इस घटना को अंजाम देकर भाग रहे अपराधियों की बाइक में अचानक गड़बड़ी आ गई और वे पैदल ही भागने लगे। इस बीच ग्रामीणों ने बदमाशों को खदेड़कर पकड़ लिया और लाठी- डंडे व ईंट- पत्थर से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया जिसकी बाद में घटनास्थल पर ही एक अपराधी की मौत हो गई, जबकि दूसरे की हालत गंभीर बताई जा रही है। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे छपरा सदर अस्पताल ले जाकर भर्ती करा दिया। मारे गए अपराधी के पास से तीन जाली आइडी व एक देसी पिस्तौल बरामद किया गया है। उनकी बाइक के पीछे एक ही स्थान पर चार-अलग अलग नम्बर प्लेट लगे हुए थे।
घटना की सूचना पाकर सैकड़ों की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने पियानो पोखरा के समीप टायर आदि जलाकर छपरा -सीवान मुख्य मार्ग को लगभग दो घण्टे तक के लिए जाम कर दिया। हालांकि बाद में छपरा सदर एसडीपीओ एमपी सिंह और रिविलगंज के थानाध्यक्ष ओम प्रकाश चौहान आदि के द्वारा समझाने के बाद आक्रोशित ग्रामीण शांत हो गए और आवागमन बहाल हो गया। सोनू की हत्या से आक्रोशित युवक मारे गए अपराधी के शव के ऊपर कूद रहे थे तो कई युवक बीच सड़क पर शव को घसीट रहे थे। इस दौरान पुलिस मूक दर्शक बनी रही। कई ग्रामीण आपसी वर्चस्व की लड़ाई की वजह से हत्या की आशंका जता रहे थे।