उत्तर प्रदेश के बस्ती के रुधौली कस्बे से अपहरण किए गए तेरह वर्षीय मासूम अखंड कसौधन उर्फ अंकित का पांच दिन बाद भी कोई सुराग नहीं मिला। बस्ती पुलिस वहीं पड़ी है जहां पहले दिन वह खड़ी थी। आईजी रेंज और एसपी पल-पल की खबर ले रहे हैं। खुद ही प्रकरण की मानिटरिंग कर रहे हैं। रेंज की तीनों जिलों के साथ ही गोरखपुर की एसओजी टीम को भी खुलासे में लगाया है। लेकिन समय बीतने के साथ ही उम्मीद की लौ भी मद्धिम होती जा रही है। परिजन और शुभचिंतक मन्दिर में प्रभु से गुहार लगा रहे हैं। मन्नतें मांग रहे हैं।
शनिवार की शाम अखंड का अपहरण करने वाले कसौधन वस्त्रत्तलय के मालिक पिता अशोक कुमार कसौधन के मोबाइल पर फोन कर 50 लाख रुपये फिरौती मांगी थी। पुलिस मामले की जांच में लगी थी कि मंगलवार को नया मोड़ आ गया। सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई इस सूचना में कहा गया कि अपहृत बालक के परिवारीजनों को फोन कर एक शख्स ने खुद को अपहरणकर्ता बताते हुए दावा किया कि अंखड कसौधन उर्फ अंकित उसके पास है। 24 घंटे के भीतर बीस लाख रुपये का प्रबंध करो और बच्चे को ले जाओ। हालांकि इस बात की पुष्टि न तो अपहृत अखंड के परिजनों ने की है और न ही पुलिस कर रही है।
दूसरी तरफ वारदात के पांचवे दिन भी पुलिस खाली हाथ रही। अपहरणकर्ता का सुराग तो दूर तीन जिलों और गोरखपुर की एसओजी टीम उसकी परछाई तक नहीं छू सकी। थकहार कर अब बस्ती में एसओजी, स्वाट, नारकोटिक्स, एंटी थेफ्ट समेत अन्य टीमों में पूर्व रह चुके पुराने धुरंधरों को भी मैदान में उतार दिय गया है। मासूम को सकुशल बचाने और अपहरणकर्ता को सबक सिखाने के लिए सभी दिन-रात एक किए हुए हैं। जल्द ही परिणाम मिलेगा।
घर पहुंचकर दी सांत्वना
अशोक कसौधन के घर पहुंचकर सांत्वना देने वालों का तांता लगा हुआ है। बुधवार को आप के जिला प्रभारी पुष्करादित्य सिंह, बस्ती उद्योग व्यापार मण्डल के जिलाध्यक्ष आनन्द राजपाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनील गुप्ता, जिला मंत्री सूर्यप्रकाश शुक्ल, नगर अध्यक्ष एवं पूर्व प्रमुख विश्वनाथ जायसवाल, व्यापार मण्डल अध्यक्ष रुधौली आनन्द बहादुर सिंह, भूमिधर गुप्ता, धर्मेन्द्र चौरासिया, अशुतोष कुमार, विपिन पाण्डेय, सीवी त्रिपाठी, पवन त्रिपाठी, अरविन्द कसौधन, शम्भू कसौधन सहित दर्जनों लोग अखंड की सलामती के लिए उसके घर पहुंचे थे।