दिल्ली के शाहीन बाग से जो ड्रग्स और कैश बरामद हुआ है, उसका संबंध नार्को-आतंकवाद से हो सकता हैं। अब तक की जांच में इसके दुबई, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से संबंध होने की बात सामने आई है। दुबई से इस सिंडिकेट के ऑपरेट होने की वजह से जांच एजेंसी को शक है कि इस मामले में अंडरवर्ल्ड का हाथ हो सकता है। जांच में हवाला से जुड़ी कुछ बातें भी सामने आई हैं। साथ ही साथ बरामद हेरोइन और अन्य ड्रग्स के ट्रेसेस हाल ही में अटारी बॉर्डर के पास बरामद हेरोइन से मेल खाते हैं।
दरअसल गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) की ओर से तीन दिन पहले अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा से 14 नोटिकल माइल भारतीय सीमा के अंदर अल हज नाम की पाकिस्तानी बोट से बरामद की गई 280 करोड़ रुपये की 56 किलोग्राम हेरोइन मामले में चार और आरोपियों को NCB की टीम की मदद से दिल्ली से पकड़ा गया था।
एटीएस ने एनसीबी के अधिकारियों के साथ मिलकर नई दिल्ली में कार्रवाई की थी। इस कार्रवाई के तहत अतिरिक्त 35 किलोग्राम ड्रग्स और जब्त भी की गई थी।
जिन चार आरोपियों को पकड़ा गया है उनमें साउथ दिल्ली ओखला विहार स्थित जामिया नगर निवासी राजी हैदर जैदी, अवतार सिंह उर्फ सन्नी, नई दिल्ली लाजपत नगर निवासी अब्दुल राब काडक एवं उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर साऊथ निवासी इमरान आमिर शामिल हैं।
बताया गया है कि अब्दुल राब मूलरूप से अफगानिस्तान के कंधार का रहने वाला है, जो फिलहाल नई दिल्ली में रह रहा था।
आरोपी राजी हैदर के कब्जे से और उसकी मुजफ्फरनगर स्थित फैक्ट्री से 35 किलोग्राम ड्रग्स भी बरामद की गई है। इस मामले में एनसीबी दिल्ली की ओर से एक अलग से एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है। इसकी जांच करते समय NCB को जामिया नगर के इस फ्लैट के बारे में पता चला कि यहां ड्रग्स की बड़ी खेप है। इसके बाद एनसीबी ने फ्लैट पर छापेमारी कर 50 किलोग्राम हेरोइन 47 किलोग्राम नशीले पदार्थ और 30 लाख रुपये कैश बरामद किया था। इस पूरे रैकेट के तार सीमा पार पाकिस्तान से लेकर गुजरात अफगानिस्तान तक जुड़े हुए हैं।