पाकिस्तान के पीएम शहबाद शरीफ सत्ता संभालने के बाद अपने पहले विदेश दौरे पर सऊदी अरब जा रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि इस दौरे पर वह 40 सदस्यों के भारी-भरकम डेलीगेशन को लेकर जा रहे हैं और इनमें 16 लोग तो उनके अपने परिवार के ही सदस्य होंगे। इस पर विवाद भी खड़ा हो गया है और इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने शहबाज शरीफ सरकार पर जनता के पैसों को बर्बाद करने का आरोप लगाया है। हालांकि शहबाज शरीफ की भतीजी और सूचना एवं प्रसारण मंत्री मरियम नवाज ने जवाब देते हुए कहा है कि पीएम अपने खर्चे पर सऊदी अरब जा रहे हैं और सभी लोगों का खर्चा वह खुद ही उठाएंगे।
पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ के डेलिगेशन में शामिल लोगों की लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी। अब इस सूची में शामिल लोगों की पुष्टि खुद पीएम ऑफिस ने कर दिया है। लिस्ट के मुताबिक कुल 40 लोगों के डेलिगेशन के साथ पीएम शहबाद शरीफ सऊदी अरब जाएंगे। इस दौरान वह मक्का और मदीना की भी यात्रा करेंगे। इनमें से 16 लोग परिवार के ही हैं, जिनमें से कुछ लोग ब्रिटेन और दुबई से निकलकर सऊदी पहुंचेंगे। बता दें कि पीएम बनने के बाद शहबाज शरीफ की यह पहली फॉरेन विजिट है और इसके लिए उन्होंने सऊदी अरब को चुना है।
पहले ही भाषण में सऊदी से दोस्ती का किया था जिक्र
शहबाज शरीफ तीन दिनों की सऊदी अरब यात्रा के तहत 28 से 30 अप्रैल तक दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह सऊदी अरब के किंग सलमान और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात करेंगे। सत्ता में आने के बाद अपने पहले भाषण में शहबाद शरीफ ने सऊदी अरब के साथ पाकिस्तान के रिश्तों का जिक्र किया था। इसके अलावा सऊदी अरब के नेताओं से उन्होंने फोन पर बात भी की थी। गौरतलब है कि पाकिस्तान की ओर से लगातार सऊदी अरब से कर्ज लिया जाता रहा है। यहां तक कि 2021 में भी पाकिस्तान ने सऊदी अरब से कर्ज लिया था, लेकिन यह काफी कड़ी शर्तों के तहत मिल पाया था।
फिर कुछ मांगने सऊदी अरब गए हैं शहबाज शरीफ?
कई बार आर्थिक संकट में सऊदी अरब की ओर से पाकिस्तान की मदद की गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार भी शहबाज शरीफ सऊदी अरब से कुछ मदद मांग सकते हैं। पाकिस्तान के बारे में जानकारी रखने वाले लोगों का कहना है कि शरीफ फैमिली की सऊदी अरब से करीबी रही है। यहां तक कि 1999 में जब मुशर्रफ ने नवाज शरीफ का तख्तापलट किया था तो शहबाज शरीफ सऊदी अरब ही गए थे और वहां 8 सालों तक रहे थे। इसके बाद 2007 में ही वह पाकिस्तान वापस लौटे थे।