मध्य प्रदेश कांग्रेस इन दिनों मिशन 2023 को लेकर रणनीति बनाने में जुटी है जिसके लिए मंगलवार को दिल्ली में हाईकमान के साथ पीसीसी चीफ कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की मीटिंग हुई थी। कमलनाथ दिल्ली से लौटने के बाद अब आधा दर्जन दिग्गज नेताओं के साथ आज डिनर पर बैठ रहे हैं और इस डिनर पॉलिटिक्स में उन नेताओं को भी बुलाया गया है जो कुछ समय से कमलनाथ से किसी न किसी कारण से नाराजगी जाहिर कर चुके हैं।
कमलनाथ ने बुधवार को कुछ दिग्गज नेताओं को डिनर पर बुलाया है। सूत्र बताते हैं कि इनमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, वरिष्ठ विधायक कांतिलाल भूरिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी को कमलनाथ ने अपने निवास पर रात्रिभोज पर बुलाया है। दिग्विजय सिंह की तो मंगलवार को दिल्ली में सोनिया गांधी और हाईकमान के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात भी हुई थी। मंगलवार को कमलनाथ भी दिल्ली में ही थे और दोनों नेताओं की हाईकमान के साथ बैठकों का दौर चला था जिसके कारण दिग्विजय सिंह ने मंगलवार रात को इंदौर का दौरा भी स्थगित कर दिया था।
कांग्रेस के सामने भाजपा चुनौती तो अपने भी परेशानी
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को करीब सवा एक साल बचा है जिसके लिए न केवल भाजपा बल्कि 2018 में सत्ता में आने के बाद सरकार गिरने से विपक्ष में बैठी कांग्रेस भी तेजी से तैयारियों में जुटी है। कांग्रेस के सामने भाजपा ही चुनौती नहीं है बल्कि उसके अपने भी बड़ी समस्या हैं। संगठन में केंद्रीयकृत व्यवस्था को लेकर कई नेता परेशान हैं और कुछ लोग तो घर बैठ चुके हैं। कांग्रेस इस समस्या से जूझ रही है और कुछ नेता हाईकमान से सीधे मुलाकात भी कर चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के पास अखिल भारती कांग्रेस कमेटी में भले ही कोई जिम्मेदारी नहीं है लेकिन उनके हाईकमान में आज भी नजदीकी संबंध वाले कई नेता हैं। वे अपनी बातें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तक खुद या दूसरे माध्यम से पहुंचाने में समर्थ हैं। वहीं, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे अरुण यादव और नेता प्रतिपक्ष रहे अजय सिंह वे नेता हैं जिन्होंने पिछले दिनों सोनिया गांधी से सीधे मुलाकात की थी।
डिनर पॉलीटिक्स में मिशन 2023 पर फोकस
बताया जाता है कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच कुछ दिनों से चल रही दूरियों को लेकर हाईकमान ने सभी को साथ बैठकर मिशन 2023 की रणनीति पर चर्चा के निर्देश दिए हैं। इसके तहत आज आयोजित डिनर में दिग्गजों के बीच जिम्मेदारी का बंटवारा होने की संभावना है। गौरतलब है कि पिछले दिनों कमलनाथ ने वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई थी जिसमें अरुण यादव ने कुछ नाराज नेताओं के बीच समन्वय की भू्मिका निभाई थी। इसके बाद कुछ समितियां बनाई गईं जिनमें ऐसे नाराज नेताओं को शामिल भी किया गया था लेकिन इन समितियों से भी बात नहीं बन पाई। दिल्ली में कमलनाथ-दिग्विजय की हाईकमान से मीटिंग हुई जिसके बाद आज डिनर पर नेताओं को बुलाया गया है। पीसीसी के संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने कहा कि पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने कुछ वरिष्ठ नेताओं को घर पर खाने पर बुलाया है। वहां राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा होगी और भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ रणनीति बनाने पर विचार किया जाएगा। विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर भी नेता आपस में चर्चा करेंगे।