आगरा-ग्वालियर रेलवे लाइन पर गांव भगतूपुरा के पास सोमवार सुबह प्रेमी युगल ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। उन्होंने हाथ में हाथ बांधे हुए थे। तलाश में भटक रहे परिजनों ने उनकी पहचान की। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस के अनुसार युवक-युवती प्रेमी-प्रेमिका थे। गांव के रिश्ते के नाते भाई-बहन लगते थे।
घटना सुबह करीब साढ़े पांच बजे की है। गांव नगला गडुआ निवासी 18 वर्षीय मधु अपने घर से लापता थी। परिजन उसकी तलाश में इधर-उधर भटक रहे थे। उनके पड़ोस में रहने वाला 20 वर्षीय नीरज भी घर पर नहीं था। गांव भगतूपुरा के पास एक लाइनमैन रेलवे लाइन चेक कर रहा था। उसकी नजर रेलवे लाइन किनारे पड़े युवक-युवती के शव पर पड़ी। दोनों का एक-एक हाथ आपस में कपड़े से बंधा हुआ था।
युवती का गर्दन धड़ से गायब थी। युवक के शरीर का निचला हिस्सा बुरी तरह कुचल गया था। लाइनमैन ने इसकी जानकारी कंट्रोल को दी। पुलिस के आने से पहले ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। कुछ ग्रामीणों ने युवक-युवती को पहचान लिया। उनके परिजनों को सूचना दी। सूचना ने परिजनों के होश उड़ा दिए।
मधु के परिजन सुबह से उसकी तलाश में जुटे थे। जैसे ही पता चला कि बेटी ने खुदकुशी कर ली तो उनके होश उड़ गए। दौड़ते हुए वो मौके पर पहुंचे। पुलिस ने भीड़ को शवों के पास आने से रोका। शवों की हालत खराब थी। परिजन चाहते थे कि पोस्टमार्टम नहीं कराए जाएं। पुलिस ने उन्हें समझाया। पोस्टमार्टम जरूरी हैं। परिजन बाद में मुश्किल से इसके लिए तैयार हुए।
घरवाले थे रिश्ते के खिलाफ
इंस्पेक्टर सैंया जितेंद्र सिंह ने बताया कि युवक-युवती के बीच गहरी दोस्ती थी। प्रारंभिक छानबीन में पता चला है कि दोनों साथ जीने की कसम खा चुके थे। घरवाले रिश्ते के खिलाफ थे। युवक-युवती को समझाया गया था कि एक ही गांव में शादी नहीं होती है। ऐसा हुआ तो दूसरे इसका विरोध करेंगे।
उनका गांव में रहना मुश्किल हो जाएगा। युवती के परिजनों ने उस पर बंदिशें भी लगा दी थीं। इसी के चलते दोनों ने एक साथ जान दे दी। इंस्पेक्टर सैंया ने बताया कि घटना के बाद युवक-युवती के परिजन ज्यादा कुछ नहीं बोल रहे हैं। खामोश हैं।