उत्तर पूर्वी दिल्ली के भजनपुरा स्थित गढ़ी मेडू गांव में रविवार को गुटखा के पांच रुपये मांगने पर एक युवक ने दुकानदार को पीट-पीटकर मार डाला। नशे में धुत आरोपी दुकानदार को लात-घुसों से तब तक पीटता रहा जब तक वह बेसुध नहीं हो गया। पीड़ित ने अस्पताल में सोमवार की रात दम तोड़ दिया। पुलिस बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है।
मृतक संत कुमार परिवार के साथ भजनपुरा के गढ़ी मेडू गांव में किराए पर रहते थे। उनका परिवार मूल रूप से बरेली स्थित मीरानपुर कटरा कस्बा स्थित बतिया गांव का रहने वाला है। परिवार में पत्नी धन देवी, बड़ा बेटा शिवम, छोटा बेटा सत्यम, बड़ी बेटी कंचन और छोटी बेटी मंचल हैं। संत कुमार गढ़ी मेडू गांव के गली नंबर-5 में पान की दुकान चलाते थे। परिजनों ने बताया कि रविवार दोपहर करीब 3 बजे संत कुमार दुकान पर बैठे थे।
इसी दौरान गांव का 27 वर्षीय सोनू शराब के नशे में दुकान पर पहुंचा। उसने संत कुमार से पांच रुपये वाला गुटखे का पैकेट लिया लेकिन रुपये नहीं दिया। संत कुमार ने रुपये मांगे तो वह भड़क गया और गाली-गलौज करने लगा। इससे दोनों में कहासुनी होने लगी। इसके बाद सोनू ने संत कुमार की लात-घुसों से पिटाई शुरू कर दी। वह तब तक पीटता रहा, जब तक संत कुमार बेसुध नहीं हो गए। वारदात के बाद आरोपी सोनू फरार हो गया।
अस्पताल दर अस्पताल भटकते रहे
सूचना मिलने के बाद परिजन मौके पर पहुंचे और संत कुमार को जीरो पुश्ता के पास एक अस्पताल में लेकर गए, जहां से डॉक्टरों ने इहबास अस्पताल में रेफर कर दिया। जब वे इहबास अस्पताल पहुंचे तो वहां से आरएमएल अस्पताल रेफर कर दिया गया। आरएमएल में पहुंचने पर पता चला कि आईसीयू में बेड खाली नहीं है। इसके बाद परिजन वापस गांव के पास एक अस्पताल में लेकर आए और वहां भर्ती कराया। सोमवार रात 12:30 बजे संत कुमार की मौत हो गई।
आरोप : समय पर पुलिस नहीं पहुंची
परिजनों को आरोप है कि रविवार को घटना के बाद पुलिस कंट्रोल को करीब आठ से 10 बार सूचना दी गई। इसके बाद भी पुलिस की टीम समय पर नहीं पहुंची। परिजन अस्पतालों के चक्कर काटते रहे, लेकिन किसी बड़े अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। उनका कहना है कि अगर पुलिस मदद करती तो संत कुमार को समय रहते किसी बड़े अस्पताल में भर्ती कराया जा सकता था। हालांकि बाद में पुलिस अस्पताल पहुंची और बयान दर्ज किया। पुलिस की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है। डीसीपी वेद प्रकाश सूर्या का कहना है कि जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
परिजन सदमे में
संत कुमार की मौत से परिवार में मातम पसरा हुआ है। मंगलवार को संत के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। परिजनों का कहना है कि संत कुमार की कमाई से ही घर का खर्च चल रहा था। उनकी मौत से परिवार के सभी लोग सदमे में है। परिजनों का कहना है कि वे इस बात से हैरान हैं कि आरोपी ने महज 5 रुपये के लिए हत्या कर दी। उन्होंने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।