गर्मियों में कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जिन्हें खाने से न सिर्फ आपको ठंडक मिलती है बल्कि इससे आपका डाइजेशन सिस्टम भी ठीक रहता है। आज हम आपको बता रहे हैं गुलकंद के बारे में, जिसे बहुत से लोग माउथ फ्रेशनर के रूप में भी खाते हैं। आप बड़ी आसानी से गुलकंद घर पर बना सकते हैं या फिर आप दुकान से भी गुलकंद खरीद सकते हैं। कई लोग सोचते हैं कि असल में गुलकंद होता क्या है? गुलकंद गुलाब की पंखुड़ियों और चीनी का मिश्रण है। गुलकंद जैम या फिर मुरब्बे जैसा नहीं होता। इस टेक्सचर काफी अलग होता है।
कैसे बनाएं गुलकंद
गुलकंद बनाने के लिए आपको फ्रेश गुलाबों की पत्तियां चाहिए होती हैं। सबसे पहले आपको गुलाब के फूल की पंखुड़ियों को इकट्ठा करके साफ करना है। अब चीनी या मिश्री बराबर मात्रा में लें। सब कुछ एक जार में डाल दें। जार कांच का होना चाहिए ताकि धूप में रखने पर यह अच्छी तरह सूख सके। इस जार को 12-15 दिनों के लिए धूप में रख दें। गुलाब की पंखुड़ी की एक लेयर चीनी या मिश्री की लेयर के नीचे होनी चाहिए। आप इसमें इलायची भी एड कर सकते हैं।
गर्मियों में गुलकंद के फायदे
गुलकंद थकान, दर्द, मांसपेशियों में दर्द और पेट की गर्मी जैसी हेल्थ प्रॉब्लम्स को दूर करने में कारगर है। गर्मियों में कई लोगों को हथेली और तलवों में जलन होती है, ऐसे में यह लोग गुलकंद खा सकते हैं। खाने के अलावा गुलकंद को शरबत बनाने या फिर लस्सी में भी डालकर पी सकते हैं।
गुलकंद के और भी हैं फायदे
-यह मुंह के छालों का इलाज करता है, जो ज्यादातर उन लोगों को होता है जिनके शरीर में गर्मी अधिक होती है।
-यह आयरन से भरपूर होता है और इसलिए महिलाओं को पीरियड्स में ऐंठन या हैवी फ्लो से राहत देता है।
-जिन लोगों को पाइल्स यानी बवासीर की दिक्कत है, वे भी गुलकंद का इस्तेमाल कर सकते हैं।
-यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो बॉडी को डिटॉक्स करता है।
-गर्मियों में जिन लोगों की नाक से खून आता है, उन्हें भी गुलकंद खाना चाहिए।
-आपके पसीनों में अगर ज्यादा बदबू आती है, तो आप रोजाना गुलकंद खा सकते हैं। गुलकंद की ठंडक का असर शरीर के पसीने पर भी पड़ता है।