नवादा जिले के वारिसलीगंज पुलिस का बर्बरतापूर्ण व मानवता को शर्मसार करने वाला एक वाकया रविवार को सामने आया। आरोप है कि कानून को ताक पर रखकर पुलिस ने गिरफ्तार दो नाबालिगों समेत आठ आरोपितों को चार-पांच दिनों तक हाजत में बंद रखकर उन्हें बुरी तरह से टार्चर किया। उन्हें इस बीच खाना तक नहीं दिया गया। मामला उस वक्त सामने आया, जब रविवार को रात के अंधेरे में सभी आरोपितों को पुलिस ने नवादा कोर्ट के अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया। जहां कोर्ट के समक्ष आरोपितों ने पुलिस की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई का बखान किया और शरीर पर बने जख्म दिखाये।
दंडाधिकारी ने जख्म को देखते हुए मामले में संज्ञान लिया और काराधीक्षक को आरोपितों का उचित इलाज कराने का आदेश दिया। जेल जाने से पूर्व आरोपितों में से एक सुरजदेव गुलगुलिया ने कहा कि हमें 4-5 दिनों तक हाजत में भूखे रखा गया और बुरी तरह से टार्चर किया गया। मौके पर रहे वारिसलीगंज थाने के दारोगा विजय कुमार सिंह ने हाजत में रखने को पुलिस का अधिकार बताया। जबकि जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से अधिवक्ता चदंशेखर प्रसाद ने इसे मानवाधिकार का हनन बताया। किशोर न्याय परिषद ने दोनों नाबालिगों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
बता दें कि वारिसलीगंज पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों को 04 अप्रैल को दर्ज वारिसलीगंज थाना कांड संख्या 140/22 में रिमांड के लिए कोर्ट के समक्ष पेश किया था। इस मामले में वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के दौलतपुर निवासी सौरव कुमार द्वारा चोरी के मामले में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। जिसमें 03 अप्रैल की रात मोबाईल, अटैची, 31 हजार नगद व जेवरात आदि चुराने का आरोप था।
मामला वारिसलीगंज थाना क्षेत्र में हाल के दिनों में घटी चोरी व गृहभेदन की घटनाओं से जुड़ा है। पुलिस ने इस मामले में गुलगुलिया गिरोह के छह बदमाशों को गिरफ्तार किया था। इनकी निशानदेही पर दो आभूषण विक्रेताओं को गिरफ्तार किया गया था। इनके पास से 76 हजार रुपये नगद और कई गहने आदि बरामद किये गये थे। पकरीबरावां एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा द्वारा इस मामले में 08 अप्रैल को वारिसलीगंज थाना में प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया गया था। एसडीपीओ के मुताबिक एसपी के निर्देश पर घटना के खुलासे के लिए एक टीम का गठन किया गया था। जिसके द्वारा कार्रवाई कर आरोपितों को चोरी के सामानों के साथ गिरफ्तार किया गया।
इन्हें किया गया था गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपितों में गया जिले के बजीर गंज थाना क्षेत्र के मरारा चक गांव का सूरज गुलगुलिया, जहानाबाद के काको थाना क्षेत्र के बीबीपुर गांव का लंगड़ा गुलगुलिया व बादल गुलगुलिया, जहानाबाद के हुलासगंज थाना के पीछे बालापर मुहल्ले का सूर्यदेव गुलगुलिया व टोटा गुलगुलिया तथा नीतीश गुलगुलिया शामिल हैं। इन सभ को 06 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। जबकि इनकी निशानदेही पर नालंदा के एकंगरसराय थाना के माली टोला निवासी आभूषण विक्रेता अखिलेश मालाकार तथा उसके बेटे पंकज मालाकार को 07 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया।