ईंधन की दरों में बढ़ोतरी के कारण कैब में सफर अब महंगा हो गया है। कैब चालकों ने किराये में 20 फीसदी तक की वृद्धि कर दी है। यह वृद्धि प्रति किलोमीटर के अलावा टूर पैकेज में भी की गई है। प्रकाश टूर एंड ट्रैवल्स के मालिक बबलू बैसोया ने कहा कि डीजल और सीएनजी के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में किराये में बढ़ोतरी की गई है। उन्होंने बताया कि नोएडा से इंदिरा गांधी एयरपोर्ट के लिए पहले 1100 से 1200 रुपये लेते थे। अब 1400 से 1500 रुपये ले रहे हैं।
बबलू ने बताया कि चार सीटर गाड़ी का पहले प्रति किलोमीटर 12 रुपये किराया था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 15 रुपये प्रति किलोमीटर कर दिया गया है। सात सीटर गाड़ी का पहले प्रति किलोमीटर 16 रुपये किराया निर्धारित था। अब इसे बढ़ाकर 20 रुपये प्रति किलोमीटर कर दिया गया है। वहीं, कैब चालक रवि ने बताया कि आठ घंटे और 80 किलोमीटर के हिसाब से किराया निर्धारित है। चार सीटर कैब के लिए इस दूरी का 1500 रुपये किराया फिक्स है। पहले यह 1200 रुपये था। इसके ऊपर प्रति किलोमीटर चार सीटर गाड़ी का 14 रुपये किराया है। पहले 11 रुपये प्रति किलोमीटर लेते थे। सवारी को टोल और पार्किंग शुल्क अलग से चुकाना होगा। उन्होंने कहा कि सीएनजी, डीजल व पेट्रोल के दाम और बढ़े तो किराये में और वृद्धि की जाएगी।
सवारियां भी विरोध नहीं कर रहीं
कैब चालक चरणजीत ने कहा कि हर तरह की कैब का किराया बढ़ा दिया गया है। सवारी भी इस बात को मानती है कि ईंधन महंगा हैं। ऐसे में वे बढ़ा हुआ किराया दे देती है।
कार की कीमत बढ़ने का भी असर
कैब चालकों ने कहा कि पहले बीएस-4 कार सस्ती थी लेकिन बीएस-6 कार महंगी हैं। ऐसे में नई बीएस-6 कार कि सेवा लेने पर लोगों को अधिक शुल्क चुकाना होगा। किराया कार के मॉडल के आधार पर अलग अलग है।
आम लोग परेशान
कैब के किराये में वृद्धि से आम लोग परेशान हैं। सेक्टर 52 निवासी रजनी ने कहा कि उनकी बेटी मेरठ में पढ़ती हैं। वे उससे मिलने के लिए हर माह कैब से जाती हैं। पहले 1200 से 1300 रुपये में कैब मिल जाती थी, लेकिन अब इसके लिए 1500 यहा इससे अधिक रुपये की मांग चालक कर रहे हैं। इस महंगाई के कारण सफर करना मुश्किल हो गया है।
छूट नहीं मिल रही
सेक्टर-20 निवासी पवन ने बताया कि कैब बुकिंग अब काफी महंगी हो गई है। हरिद्वार की कैब बुकिंग के लिए चालक छह माह पहले की तुलना में 20 से 22 फीसदी तक अधिक किराया मांग रहे हैं। कैब चालक जगवीर ने कहा कि पहले किराए में सवारी को कुछ छूट दे दी जाती थी लेकिन अब सीएनजी, पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ने से छूट देना संभव नहीं है।