गुरुग्राम में फर्रुखनगर अपराध शाखा टीम ने अंतरराज्यीय ठक-ठक गैंग के तीन गुर्गों को गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम दर्जनभर सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद और तकनीकी मदद से इन बदमाशों तक पहुंची। यह बदमाश गुलेल की मदद से बाजार और मार्केट में खड़ी गाड़ियों के शीशे तोड़कर लाखों रुपये का सामान चोरी कर लेते थे। इतना ही नहीं, महंगी शराब और ब्रांडेड कपड़े पहनने के शौकीन इस गैंग के सदस्य चोरी करने के बाद हवाई जहाज से सफर करते थे।
आरोपियों के कब्जे से सामान बरामद : पुलिस ने आरोपियों से 3 लैपटॉप, 2 मोबाइल फोन, 2 घड़ियां, सोने व चांदी के जेवर, तीन लेडीज बैग, तीन शराब की बोतलें, तीन गुलेल, 29 मेटल बॉल (गोली) और 2.62 लाख की नकदी बरामद की गई है। आरोपियों ने पूछताछ में एक दर्जन से ज्यादा वारदातों का खुलासा किया है। यह गिरोह काफी समय से दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय है।
डीसीपी क्राइम राजीव देशवाल ने बताया कि ठक-ठक गैंग काफी समय से गुरुग्राम में सक्रिय था और सोसाइटी के बाह खड़ी गाड़ियों से सामान चोरी कर रहा था। ऐसे में फर्रुखनगर अपराध शाखा टीम ने गैंग के सदस्य की पहचान कर तीन अप्रैल को दिल्ली एयरपोर्ट के पास से वेंकटेश्वरन रावेंधीर निवासी तमिलनाडु और गुना थानिक असलम निवासी तमिलनाडु को शनिवार दिल्ली के गाजीपुर गांव से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि 25 मार्च को उन्होंने सिविल अस्पताल के पास खड़ी कार का शीशा तोड़कर बैग चोरी किया था।
15 सेकेंड में देते वारदात को अंजाम : आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि उनके गैंग के चार से पांच लोग बाजार और मार्केट में खड़ी गाड़ियों की रैकी करते हैं। गाड़ी में बैग या कीमती सामान पड़ा हुआ दिखने पर वह गुलेल में लोहे ही बॉल से कार के शीशे पर मारकर तोड़ देते और उसके बाद कार से बैग चोरी कर फरार हो जाते है। इस गैंग के सदस्य सिर्फ 15 सेकेंड में वारदात को अंजाम देने में माहिर हैं।
गैंग का एक सदस्य गाड़ी के पास कुछ रुपयों के नोट और सिक्कों को बिखेर कर रुपये गिरने का बहाना करते हैं। जैसे ही कार चालक बाहर आता है, तो दूसरा साथी बैग लेकर फरार हो जाता है।
चोरी करने के बाद प्लेन से करते थे सफर
गैंग के सदस्यों को महंगी शराब और कपड़े पहनने का शौक है। इसके अलावा गैंग का सदस्य नटराज पी. व गुना थानिक असलम पहले भी कई बार इस तरह की वारदातों में गिरफ्तार हो चुके हैं। वह दिल्ली की तिहाड़ जेल व कर्नाटक में भी जेल जा चुके हैं। आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में दिल्ली व गुरुग्राम में 01 दर्जन से भी अधिक वारदातों को अंजाम देने का खुलासा किया है। आरोपी वारदात को अंजाम देने के लिए दिल्ली आते समय तो अक्सर ट्रेन से आते थे, लेकिन चोरी करने के बाद फ्लाइट से फरार हो जाते थे। यदि चोरी में कम नकदी मिलती तो वह ट्रेन से भी वापस लौट जाते थे। रुकने के लिए दिल्ली में कमरा ले लेते थे।