उत्तर प्रदेश के संभल जिले में गंगा में डूब रहे एक ही परिवार के 9 लोगों की मदद के लिए एक अंजान महिला ने साहस और बुद्धि का परिचय देते हुए तुरंत अपनी साड़ी उताकर उनकी ओर फेंक दी और 6 लोगों की जान बच गई।
संभल के रजपुरा क्षेत्र में श्रीहरि बाबा बांध आश्रम गंगाघाट पर शुक्रवार को मुंडन संस्कार के लिए पहुंचे एक ही परिवार के नौ लोग गंगा में डूब गए। लोगों की चीख- पुकार सुनकर पास के खेत में काम रहे ग्रामीण तुरंत दौड़कर मौके पर पहुंचे। इनमें से एक महिला ने बिना कुछ परवाह किए अपनी साड़ी उतारकर पानी में फेंक दी और उसकी मदद से छह लोगों को डूबने से बचा लिया।
ग्रामीणों ने साड़ी की मदद से उनको खींचकर बाहर निकाला। इसी बीच पुलिस व पीएएसी के अलावा एसडीआरएफ भी मौके पर पहुंची। गंगा में डूबी अन्य तीन किशोरियों को तलाश किया, लेकिन शाम तक उनका कोई पता नहीं चल पाया।
थाना कुढ़ फतेहगढ़ क्षेत्र के गांव बिचैटा निवासी जीतू अपनी मासूम बेटी निर्मला (छह साल) और बिट्टू (दो साल) का मुंडन संस्कार कराने के लिए श्रीहरि बाबा बांध आश्रम गंगाघाट पर पहुंचे थे। उनके साथ अन्य रिश्तेदार भी थे। बच्चों के मुंडन के बाद गंगा स्नान करने लगे और फोटो खिंचवाने लगे। इसी दौरान तीन किशोरियों समेत नौ लोग गहरे पानी में चले गए। तेज बहाव में उनका संतुलन बिगड़ गया और हर्षित पुत्र भानू प्रताप, प्रिंस पुत्र सतेंद्र, रश्मि पुत्री वीरपाल, राधा पुत्री नंदकिशोर, श्यामसुंदर पुत्र लालसिंह, ममता पुत्री नंदकिशोर, अनिता पत्नी भीष्म, गीता पुत्री वीरपाल, सरिता पुत्री दिनेश, प्रियंका पुत्री मोतीलाल गंगा में डूबने लगे।
गंगा में स्नान कर रहे अन्य लोगों ने शोर मचाया तो खेतों में काम कर रही एक महिला ममता व दूसरे ग्रामीण उस ओर दौड़ पड़े। ममता ने बिना समय गंवाए अपनी साड़ी उतारकर डूब रहे लोगों के पास फेंक दी। जिसे पकड़कर कुछ लोग ऊपर आने लगे तो ग्रामीणों ने उनको पकड़कर बाहर खींच लिया। छह लोगों को ग्रामीणों ने मशक्कत के बाद बचा लिया, लेकिन गीता, सरिता और प्रियंका बहाव में बह गईं।