राजस्थान में जोधपुर संभाग के जैसलमेर में चलती बस डिस्कॉम की लापरवाही से करंट की चपेट में आ गई। लोक देवता संत सदाराम के मेले में जा रही बस करंट की चपेट में आई है। बस में करंट लगने से तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई। साथ ही 8 श्रद्धालु झुलसने से घायल हो गए। इस हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन को सूचना दी गई और वो मौके पर पहुंचा। राज्य के सीएम अशोक गहलोत ने भी हादसे पर संवेदना व्यक्त की है
दरसअल जैसलमेर के खिया औऱ खुईयाला गांव के लोगों ने निजी बस किराए पर लेकर संत सदाराम मेले जा रहे थे। ओवरलोड बस में कुछ लोग बस की छत पर भी बैठ यात्रा कर रहे थे। बस मेले में श्रद्धालुओं को दर्शन करवाकर वापस लौट रही थी। इसी दौरान डिस्कॉम के बिजली पोल से नीचे लटक रहे तारों से बस में करंट दौड़ गया।
इस दौरान पूरी बस में करंट फैलने से तीन श्रद्धालुओं की झुलसने से मौके पर ही मौत हो गई। साथ ही 8 यात्री झुलसने के चलते घायल हो गए। इन सब के बीच आसपास के लोगों ने श्रद्धालुओं को जैसलमेर के अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां से तीन यात्रियों को गंभीर हालत में जोधपुर रेफर किया है।
डिस्कॉम की लापरवाही फिर उजागर
इस बीच घटना स्थल पर खड़े लोगों ने बताया कि जैसलमेर स्थित पोल जी की डेयरी के पास सड़क बनाने का काम चल रहा है। जिसके चलते बिजली के तार नीचे लटकने लगे हैं। लिहाजा श्रद्धालुओं से भरी बस डिस्कॉम की इसी लापरवाही की भेंट चढ़ गई और तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई। हालांकि, हादसे के बाद जिला कलक्टर और स्थानीय विधायक अस्पताल पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने भी हादसे पर जताई संवेदना
जैसलमेर में बस हादसे के बाद सीएम अशोक गहलोत ने सवेदना व्यक्त किया। सीएम गहलोत ने अपने ट्वीट में लिखा कि बस में करंट से तीन लोगों की मृत्यु अत्यंत दुःखद है। शोकाकुल परिजनों के प्रति सवेदना देते हुए ईश्वर कठिन समय मे परिवारजनों संबल प्रदान करे।
बस हादसे की जांच के आदेश
वही बस में करंट हादसे की जांच के आदेश जारी कर दिए है। जिला कलक्टर प्रतिभा सिंह ने बस हादसे के जांच के आदेश जारी कर दिए। साथ ही मृतकों के परिजनों ने 50 लाख मुआवजा वह परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग जिला प्रसासन के सामने रखी है।