मध्य प्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर के एक प्रायवेट मेडिकल कॉलेज में रैगिंग से त्रस्त होकर एक जूनियर स्टूडेंट ने आत्महत्या कर ली। रैगिंग को लेकर स्टूडेंट ने कॉलेज प्रबंधन और अपने पिता को कई बार बताया था लेकिन वह रैगिंग की प्रताड़ना सहन नहीं कर पाया और उसने आत्महत्या कर ली। अब उसके वॉट्समैसेज से रैगिंग की प्रताड़ना का खुलासा हो रहा है।
इंडेक्स मेडिकल छात्र की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। परिजनों के आरोप पर सबूतों के आधार पर पुलिस ने मृतक छात्र चेतन पाटीदार के सीनियर छात्र सुंरेन्द्र सिंह हाड़ा और रोमिल भदौरिया के साथ कॉलेज के डीन डॉक्टर जी एस पटेल के खिलाफ आत्महत्या के उकसाने की धारा 306 के तहत मामला दर्ज किया है। चेतन और उसके पिता की बातचीत और वॉट्सअप चैट भी सामने आ चुकी है। इसके आधार पर पुलिस ने छात्र की आत्महत्या की जांच रैगिंग से जोड़कर कर रही है। चेतन बार-बार अपने पिता और परिजनों को उसके साथ हो रहे दुर्व्यवहार की जानकारी दे रहा था। चेतन को उसके सीनियर हर बात पर टोकते थे। पिता ने भी चेतन को खासा दिलासा दिलाया।
डीन की गिरफ्तारी की मांग
पुलिस ने दोनों सीनियर छात्र को गिरफ्तार भी कर लिया है। वहीं,उनके मोबाइल की डिटेंल भी खंगाली जा रही है। साथ ही पुलिस ने कॉलेज से डीन से पूछताछ भी की है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक परिजनों ने सीनियर छात्रों पर रैगिंग लेने के गंभीर आरोप लगाए थे। वहीं,पुलिस को भी प्राथमिक तौर पर रैगिंग से जुड़ा मामला भी नजर आ रहा है। लिहाजा,आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
होस्टल छोड़ने के आवेदन पर एक्शन नहीं लिया
यहां उल्लेखनीय है कि छात्र ने होस्टल छोड़ने का आवेदन भी दिया था। जिस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस बारे में भी डीन से पूछताछ की गई थी। लेकिन डीन जी एस पटेल की गिरफ़्तारी नही हुई है। जिसे लेकर चेतन के परिजनों ने इंडेक्स कॉलेज पर हंगामा भी किया था। वहीं पुलिस पर डीन को बचाने के आरोप भी लगाए है।