दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर उपद्रव की जांच में जुटी सिविल लाइंस थाना पुलिस आरोपियों की तलाश में दिल्ली-एनसीआर में छापेमारी कर रही है। पुलिस ने अबतक दर्जनभर स्थानों पर आरोपियों की तलाश में दबिश दी है। हालांकि, दो दिन पहले पकड़े गए आरोपियों के अलावा अभी किसी अन्य संदिग्ध की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। सभी आरोपी फोन बंद करके फरार हैं। पुलिस का कहना है कि छह टीमों को जांच में लगाया गया है।
16 की तलाश : पुलिस ने अब तक जिन आठ लोगों को गिरफ्तार किया है, उनसे हुई पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य तकनीकी जांच के आधार पर 16 लोगों के बारे में जानकारी जुटाई गई है। इन सभी की तलाश में पुलिस टीम जुटी हुई हैं। इसमें से ज्यादातर के फोन की लोकेशन घटनास्थल के आसपास की मिली है। इस आधार पर पुलिस इन संदिग्धों से पूछताछ कर पता लगाना चाहती है कि उनका इलाके में आने का मकसद क्या था? वे भी हमले में शामिल थे या उनका होना इत्तेफाक था।
24 के नाम सामने आए : जांच में अब तक कुल 24 आरोपी सामने आए, जिनमें से 16 फरार हैं। पुलिस के सामने बड़ी समस्या आरोपियों की पहचान की है। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिए जाने से अन्य की पहचान के लिए पुलिस मौके पर प्रदर्शन कर रहे संगठन के लोगों से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। वहीं, सीएम आवास पर लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर को भी पुलिस ने कब्जे में लिया है।
पुलिस ने नहीं दी थी प्रदर्शन की अनुमति
29 मार्च को संगठन की तरफ से प्रदर्शन के लिए पुलिस से अनुमति मांगी गई थी, जिसे पुलिस ने मना कर दिया था। सिविल लाइंस पुलिस का कहना है कि आवेदन पत्र भेजने वाले शख्स से पूछताछ कर घटना के समय मौजूद लोगों के बारे में जानकारी हासिल की जाएगी। जरूरत पड़ी तो संगठन से जुड़े लोगों से भी पूछताछ की सकती है।