दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजधानी के वीआईपी नई दिल्ली जिले के साइमन बोलिवर रोड पर बुद्धा गार्डन के पास गुरुवार शाम हुई मुठभेड़ के बाद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई-काला राणा गैंग के तीन गैंगस्टर को गिरफ्तार किया है। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई-काला राणा गैंग का दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान व बिहार तक फैला है, जबकि गिरफ्तार तीनों बदमाश इस कुख्यात अंतरराज्यीय अपराध सिंडिकेट के प्रमुख सदस्य हैं।
बड़े कारोबारियों से वसूली करते थे
गिरफ्तार आरोपियों में गोपालगंज बिहार निवासी विवेक पुरी (22 वर्ष) यूपी के हापुड़ निवासी प्रशांत हिंजराव (24 वर्ष) और हरियाणा के कुरूक्षेत्र निवासी अश्विनी कुमार (25 वर्ष) शामिल हैं। इनके कब्जे से तीन पिस्टल 13 कारतूस बरामद किए गए है। ये सभी बड़े कारोबारियों से उगाही करते थे, बिहार के कई नामी लोगो से इन गैंगस्टर से उगाही कर रखी है। गिरफ्तार गैंगस्टर पिछले चार साल से लॉरेंस बिश्नोई और काला राणा के गिरोह से सक्रिय रूप से जुड़े पाए गए हैं।
शाम साढ़े 7 बजे हुई मुठभेड़
दिल्ली पुलिस के मुताबिक आज शाम 7 बजे से 8 बजे के बीच बुद्धा गार्डन के पास साइमन बोलिवर रोड पर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के तीन सदस्यों के उनकी स्कॉर्पियो कार में आने की सूचना मिलने पर एक टीम गठित की गई और ऊपर दिए गए स्थान पर जाल बिछाया गया। कार में बैठे चार लोगों को टीम ने देखा, उन्हें रुकने का इशारा किया गया लेकिन रुकने के बजाय उन्होंने कार को पुलिसवालों पर चढ़ाने की कोशिश की लेकिन उनका रास्ता रोक दिया गया। विवेक पुरी और प्रशांत अपनी कार से बाहर आए और पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। इस पर।पुलिस टीम एक राउंड भी फायरिंग की और आखिरकार उन्हें काबू कर लिया। दो आरोपियों द्वारा और पुलिस द्वारा चलाई गई गोली भी मौके से बरामद की गई।
तीनों ने कई वारदातों को दिया अंजाम
पुलिस के मुताबिक विवेक पुरी और प्रशांत कला राणा समेत अपने 6 अन्य साथियों के साथ इससे पहले साल 2018 में हरियाणा के अंबाला में हत्या, हत्या के प्रयास और डकैती के सनसनीखेज मामले में गिरफ्तार किये गए थे,उस मामले में आरोपियों ने जबरन ज्वैलरी के शोरूम में प्रवेश किया और शोरूम के कर्मचारियों पर सोना व नकदी की लूट को अंजाम देने के लिए फायरिंग की।
शोरूम के कर्मचारियों के विरोध करने पर आरोपियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर एक व्यक्ति की हत्या कर दी और एक अन्य को गंभीर रूप से घायल कर दिया। वहीं विवेक पुरी अपने साथियों के साथ बिहार के गोपालगंज जिले में रंगदारी के 4 मामलों में वांछित है। उसने बिहार के कई व्यवसायियों, जौहरियों, दुकान मालिकों, मेडिकल स्टोर मालिकों और अन्य अमीर व्यक्तियों से लॉरेंस बिश्नोई के नाम से पिछले 4 महीनों के दौरान रंगदारी की मांग की थी।
विवेक पुरी और उनके सहयोगियों ने भी दो मामलों में पीड़ितों की दुकानों पर गोलियां चलाईं ताकि उन्हें आतंकित किया जा सके ताकि उन्हें जबरन वसूली की अपनी मांग के आगे झुकने के लिए मजबूर किया जा सके। विवेक पुरी पहले भी बिहार, पंजाब और हरियाणा में रंगदारी और डकैती, हत्या, हत्या के प्रयास, हमला, धमकी, हथियार अधिनियम आदि के ऐसे कई और मामलों में शामिल रहा है।