चित्तौड़गढ़ में दो दिन पहले हुए अपहृत अनाज व्यापारी नारायणलाल डांगी के बेटे संजय डांगी को सुरक्षित छुड़ा लिया। अपहरण करने वालों ने परिवार से पहले 10 लाख और फिर बाद में 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी। बदमाशों ने अपहृत युवक को कार की डिक्की में डाल कर रखा था।
बताया जा रहा है कि एक जगह ले जाकर उसे निर्वस्त्र कर पीटा गया और वीडियो भी बनाया गया। डराने के लिए सिर के पास रिवॉल्वर से फायर किया गया। युवक ने जिंदा रहने की आस छोड़ दी थी, लेकिन तीन जिलों की पुलिस ने अपने नेटवर्क के जरिए किडनैप किये गये युवक को बदमाशों के चंगुल से सुरक्षित आजाद करवा लिया।
इस ऑपरेशन में उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ के दो डिप्टी व 8 सीआई सहित 100 पुलिसकर्मियों की 16 टीमें लगी थीं। एसपी प्रीति जैन ने बताया कि माताजी पांडोली के रहने वाले नारायणलाल डांगी जैन के बेटे संजय जैन को उदयपुर में फतहनगर सनवाड़ रीको एरिया के पीछे जंगल से सुरक्षित छुड़ाया गया। 24 मार्च की रात को संजय का अपहरण किया गया था।
दो आरोपी को पकड़ा, मास्टर माइंड फरार :
पुलिस ने मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें किशनलाल और हीरलाल शामिल हैं। इनसे कार व बाइक भी जब्त की गई है। इस वारदात का मास्टरमाइंड कमलेश नाम के शख्स को बताया जा रहा है। यह भी जानकारी मिली है कि कमलेश लाखा गांव के खेड़ा का रहने वाला है। फिलहाल पुलिस कमलेश की तलाश कर रही है।
कौन है मास्टर माइंड और कैसे बनाई योजना…
मास्टर माइंड कमलेश बंजारा इलाके का नामी बदमाश है। वो इससे पहले दो बार डकैती कर चुका है। उसने संजय के परिवार के बारे में पहले जानकारी जुटाई थी। उसने जानकारी जुटाई थी कि संजय के घर वाले पोस्तदाना सहित दलहन व अनाज के बड़े कारोबारी हैं।
अपहरण की पूरी कहानी
संजय डांगी ने बताया कि अपहरण वाले दिन बदमाश मुझे और मेरे पिता दोनों का अपहण करना चाहते थे। कार छोटी होने पर उन्होंने मेरे पिताजी को छोड़ दिया और मुझे कार में बैठा लिया। रवाना होने के बाद मेरे साथ मारपीट की गई। आंखों पर पट्टी बांध दी गई थी। रात करीब साढ़े बारह बजे कपड़े उतारकर मेरे साथ मारपीट की गई और उसका वीडियो भी बनाया गया
उन्होंने आगे बताया, ‘मैंने बदमाशों से गुहार की कि उन्हें जितना पैसा चाहिए मेरे पिता जी दे देंगे, मुझे छोड़ दें। रातभर आंख पर पट्टी बांधकर बदमाश उन्हें घुमाते रहे। पहले दस लाख रुपए की डिमांड रखी गई थी, दूसरे दिन सुबह 20 लाख रुपये मांगे गये। मेरे सिर के पास से फायरिंग कर डराया गया। बदमाशों ने कहा-पैसा नहीं आया तो तुझे गोली मार देंगे। जेब में रखे 700 व 800 रुपये भी निकाल लिए। बैंक खाते से 40 हजार रुपए निकालने का दबाव भी बनाया गया। फिरौती की रकम लेकर बदमाश गोवा भागने वाले थे।’