साहिबाबाद के शहीदनगर में रविवार सुबह छोटे भाई ने बड़े भाई की चाकू से गोरकद हत्या कर दी। हत्या का कारण आपसी कलह व संपत्ति विवाद को लेकर होना सामने आया है। दोनों भाई नशे का सेवन करते थे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भिजवा दिया। आरोपी को आला कत्ल के साथ हिरासत में लिया। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है। युवक की मौत से परिजन में कोहराम मचा हुआ है।
साहिबाबाद के शहीदनगर निवासी 29 वर्षीय सुलेमान रविवार सुबह को अपने घर पर सो रहा था। पुलिस के मुताबिक उसका 22 वर्षीय छोटा भाई अमान करीब साढ़े नौ बजे ऊपर छत से नीचे आया। उसने अपने बड़े भाई सुलेमान पर सोते हुए हमला कर दिया। पहला चाकू सुलेमान के पैर पर चाकू मारा। सुलेमान ने जागने विरोध किया तो अमान ने सुलेमान पर चाकू से कई वार किए। इससे सुलेमान लहूलुहान हो गया। उसकी चीख पुकार सुनकर परिजन मौके पर आ गए और आरोपी मौके से भाग गया। चाकू के वार से काफी खून बहने की वजह से सुलेमान की मौत हो गई। परिजन सुलेमान को अस्पताल भी नहीं ले जा सके।
लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर उसका पंचनामा भरा। उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। शहीद नगर चौकी प्रभारी ने बताया कि हत्या के बाद आरोपी अमान सीमापुरी के कूड़ेदान में खून से सने कपड़े और चाकू फेंक आया था। घर के पास से पकड़े गए आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने आला कत्ल चाकू बरामद कर लिया। पुलिस के मुताबिक आरोपी छोटे भाई ने घर में रखे सब्जी काटने वाले चाकू से ही अपने बड़े भाई सुलेमान की हत्या की। दोनों ही नशे का सेवन करते थे। दोनों में आए दिन विवाद भी होता रहता था। दोनों के बीच आए दिन लड़ाई झगड़े को लेकर परिवार के अन्य लोग भी परेशान रहते थे। साहिबाबाद थाना प्रभारी नागेंद्र चौबे ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भिजवा दिया गया है। आरोपी युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आरेापी की निशानदेही पर आला कत्ल भी बरामद हुआ है। इस मामले में शिकायत मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
चार भाई बहनों में बड़ा था सुलेमान
साहिबाबाद के शहीदनगर में 29 वर्षीय सुलेमान दो छोटे भाई व मां के साथ रहता था। वह चार भाई बहनों में सबसे बड़ा था। उसकी बहन की शादी हो चुकी है। उसके पिता की कई साल पहले मौत हो चुकी है। उसका छोटा भाई 20 वर्षीय सलमान मानसिक रूप से बीमार रहता है। सुलेमान कोई काम नहीं करता था। कभी-कभी पल्लेदारी का काम कर लेता था। दूसरे नंबर का 22 वर्षीय भाई अमान आइसक्रीम का ठेला लगाता है। तीनों भाई मां के साथ ही एक कमरे के मकान में रह रहे थे। तीनों में से किसी की भी शादी नहीं हुई थी।
रिश्तों का कत्ल करने में नहीं कांप रहे हाथ
ट्रांस हिंडन। मुनीश शर्मा। कोरोना के बाद आए अनिश्चिता के दौर, स्वार्थ, गलत सोच व नशे की लत ने इंसान को क्रूर बना दिया है। वर्तमान हालात में आए बदलाव के चलते जमीन, संपत्ति, महिलाओं को लेकर विवादों छींट खून के रिश्तों पर भी पड़ रही हैं। इससे खून के रिश्ते भी दरक रहे हैं। जब सगी संबंधी रिश्तों का कत्ल करते हैं। इसका प्रभाव समाज पर भी पड़ता है। हर कोई ऐसी घटनाओं निंदा करता है। गाजियाबाद में तीन माह में कई बार अपनों ने ही खून के रिश्तों का दागदार किया है। इसमें पति पत्नी का रिश्ता दागदार होने से लेकर पिता पुत्रियों का रिश्ता व सगे भाईयों का रिश्ता प्रभावित हुआ है।
मनोविज्ञान प्रोफेसर डॉ. नेहा शर्मा ने बताया कि वर्तमान में अनिश्चिता के दौर में तनाव के चलते व्यक्ति प्रभावित हुआ है। सभी के परेशान होने के चलते आपसी सहानुभूति भी एक-दूसरे को नहीं दे पा रहे हैं। नतीजन चिंता व अवसाद हावी हो रहा है। इसी के चलते लोगों के व्यवहार में परिवर्तन हो रहा है। इसकी परिणाम घरेलू हिंसा, अपसी रिश्ते प्रभावित हो रहे हैं। पिता और बच्चों के संबंधों पर भी प्रभाव है। समाज शास्त्री डा. राकेश गर्ग ने बताया कि लोगों की संयुक्त परिवार से दूरी बढ़ी है। दिल्ली एनसीआर में लोग अकेले या एकल परिवार में ही रह रहे हैं। जबकि संयुक्त परिवार में व्यक्ति अपनों के बीच घिरा रहता था। एकांत के चलते लोग तनाव और अवसाद की चपेट में आ जाते हैं। आर्थिक तंगी और नशे की लत से भी रिश्ते दागदार हो रहे हैं। समाज में खून के रिश्तों का कत्ल होने की घटनाएं दुखद हैं।