चंबल के बीहड़ इलाके में अब डकैत तो नहीं रहे, लेकिन नकली नोट बनाने का कारोबार यहां तेजी से पनप रहा है। चंबल के भिंड जिले में नकली नोट बनाने वाले गिरोह को पकड़ा गया है। गिरोह के लोगों ने खुलासा किया है कि महज 10 सेकंड में 2000 का नकली नोट छाप कर तैयार कर लेते थे और उसके बाद असली नोट की गड्डी के बीच में रखकर उसको बाजार में चलाते थे। पकड़े गए इन तीनों आरोपियों से पुलिस ने 10 लाख रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं। बता दे भिंड जिले में पुलिस ने तीन सालों में नकली नोट बनाने का कारोबार करने वाले तीसरे गिरोह को पकड़ा है।
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि मुखबिर द्वारा अमायन थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि क्षेत्र में नक़ली नोट बनाए जा रहे हैं। जिस पर मेहगाँव एसडीओपी,अमायन थाना पुलिस और साइबर सेल टीम ने काम किया। पुलिस ने अमायन थाना क्षेत्र के मडैयन तिराहे के पास गिर्राज ढाबा के पीछे मुखबिर से मिली जानकारी अनुसार तीन संदिग्ध युवकों को उठाया और जब उनसे पूछताछ करते हुए तलाशी ली गयी तो उनके पास से कुछ 2000 और 200 के नोट बरामद हुए। जिन्हें चेक करने पर वह नकली पाए गए, जिसके आधार पर अमायन पुलिस ने आरोपियों पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
मार्केट में यूं खपाते थे नकली नोट
आरोपियों से जब कड़ाई से पूछताछ की गयी तो उन्होंने अपने दो अन्य साथियों के बारे में बताया जो फ़िलहाल फ़रार हैं।आरोपियों के ख़िलाफ अमायन और मौ थाना में मामला दर्ज किया जा चुका है। आरोपी नकली नोट बनाने के बाद उन्हें इस तरह ट्रीट करते थे, जिससे वे थोड़ा पुराने लगे और आसानी से उनकी पहचान ना की जा सके। इसके बाद दो-दो ,चार -चार कर उन्हें बाज़ार में खपाते थे।
गुजरात से भी जुड़े गिरोह के तार
एसपी ने बताया की इस मामले के तार गुजरात से भी जुड़े हैं। आरोपियों द्वारा तैयार नकली नोटों को गुजरात में खपाया जाता था, जिसमें गुजरात के कुछ लोग भी शामिल हैं। ये लोग 30 हज़ार रुपये में 5 लाख रुपये की क़ीमत के नक़ली नोट तैयार कर सप्लाई करते थे। पुलिस ने आरोपियों से कुल 10 लाख 5 हज़ार रुपये की क़ीमत की नकली करंसी बरामद की है। गिरोह के दोनों मास्टरमाइंड की भी तलाश की जा रही है।