मध्य प्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर के महू तहसील के किशनगंज थाना क्षेत्र से बुधवार की रात सरेराह हत्या की वारदात सामने आई है। मृतक भाजपा नेता का बेटा था जो बोरिंग से उड़ने वाली धूल के मामूली विवाद के बाद हुए हमले में मारा गया। पुलिस प्रशासन ने 12 घंटे में आरोपियों की पहचान कर गुरुवार की सुबह उनके मकान को गिराने की कार्रवाई भी कर दी है।
बताया जाता है कि किशनगंज थाना क्षेत्र स्थित पिगडम्बर मेंं बुधवार की रात बोरिंग होने के दौरान उड़ रही धूल को लेकर हुए विवाद के चलते दो गुट आमने-सामने हो गए। मारपीट में एक युवक सुजीत ठाकुर की हत्या कर दी गई जो भाजपा नेता उदल सिंह ठाकुर का बेटा बताया जा रहा है। घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं। इसमें हमलावर भागते नजर आ रहे है
सीसीटीवी कैमरों में कैद हुए आरोपी, सुबह बुलडोजर चला
सीसीटीव्ही में नजर आ रहे हुलिया के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की पहचान की और सुबह होते ही उनके मकानों के अवैध हिस्सों पर बुलडोजर चलवा दिया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल और प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे दरअसल बुधवार रात ग्राम पिगडंबर के गुर्जर खेड़ा में स्थित खाली प्लाट में हो रही बोरिंग को लेकर कुलदीप पवार ने धूल उड़ने की शिकायत की। इसके बाद बोरिंग करवा रहे आठ-दस लोगों का उससे विवाद हो गया। इन लोगों ने महू से कुछ हथियारबंद लोग भी बुलवा लिए।. इन बदमाशों ने यहाँ आकर जमकर उत्पात मचाया और लोगो पर हमला कर शुरू कर दिया। इसी हमले में भाजपा नेता के पुत्र सुजीत की मौत हो गई। डॉ. शिवेंद्र, धर्मेंद्र, अनिल सहित छह लोग घायल हो गए। सभी घायलों का निजी अस्पताल में उपचार जारी है, इसमें कुछ युवको की हालत गंभीर बताई जा रही है।
ग्रामीण हुए आक्रोशित
घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीण सड़कों पर उतर आए और उन्होंने जमकर हंगामा कर दिया। नेशनल हाईवे और पेट्रोल पंप के पास टायर जलाकर जाम लगा दिया। थोड़ी ही देर में राऊ सर्कल से पीथमपुर की ओर लंबा जाम लग गया। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। घटनास्थल पर पहुंचने में ही पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश की जा रही है। इंदौर जिले में दिन ब दिन अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं। सरेआम जिस तरह से बदमाशों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया। उससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. इस वारदात से पता चलता है कि अपराधियों में पुलिस का कोई खौफ नहीं रह गया है। फिलहाल अब देखना होगा कि पुलिस इस पूरे ही मामले में किस तरह की कार्रवाई करती है और आरोपियों को कब तक गिरफ्तार किया जाता है।.गौरतलब है की इंदौर शहर में कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद महू अब इंदौर से अछूता हो गया,और ग्रामीण सीमा में गया, यहाँ पिछले कुछ समय से अपराध के ग्राफ में तेजी देखी गई है।