रूस के हमले के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इजरायल से कहा है कि अब तटस्थता को छोड़ने का समय आ गया है। यहूदी देश को यूक्रेन के समर्थन में खड़े होना चाहिए। जेलेंस्की भी यहूदी हैं। इजरायली सांसदों को संबोधित करते हुए जेलेंस्की ने रूस के हमले की तुलना होलोकॉस्ट से की। उन्होंने कहा, ‘आज से 80 साल पहले भी यूक्रेन ने यहूदियों को बचाने का फैसला किया था। अब समय आ गया है कि इजरायल यूक्रेन को बचाए।’
बता दें कि जब से रूस ने हमला शुरू किया है इजरालय के प्रधानमंत्री नेफताली बेनेट रणनीतिक रूप से अपना काम कर रहे हैं। मॉस्को और कीव दोनों के साथ अपने मजबूत संबंधों को देखते हुए इजरायल ने फैसले लिए हैं और बातचीत के जरिए हल निकालने की वकालत की है। सीरिया में रूस की सेना की मौजूदगी से इजरायल की सीमा को सुरक्षा मिलती है।
बता दें कि बेनेट लगातार जेलेंस्की और पुतिन दोनों से ही फोन पर बात करते रहे हैं। इसके अलावा 5 मार्च को वह क्रेमिलिन में पुतिन से बात करने भी पहुंचे थे। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने इजरायल की मध्यस्थता को लेकर कहा कि हम दो राष्ट्रों के बीच तो मध्यस्थता कर सकते हैं लेकिन अच्छाई और बुराई के बीच मध्यस्थता संभव नहीं है।
बता दें कि जेलेंस्की ने होलोकॉस्ट के दौरान ही अपना परिवार खो दिया था। उन्होंने कहा कि हम एक बार फिर से नरसंहार को अनुमति नहीं दे सकते। यूक्रेन की धरती पर नरसंहार की भीषण घटना घटी। समय रहते इस समस्या का हल निकालना बहुत जरूरी है।
जेलेंस्की ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर यूक्रेन के खिलाफ ‘अंतिम समाधान’ पर काम करने का आरोप लगाया। अंतिम समाधान शब्द का उपयोग नाजी जर्मनी ने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान 60 लाख यहूदियों के सुनियोजित नरसंहार के लिए किया था।
यहूदी धर्म से संबंध रखने वाले जेलेंस्की ने यह भी कहा कि रूस की एक मिसाइल बाबी यार पर भी हमला कर चुकी है। बाबी यार 1941 में हुए नरसंहार में जान गंवाने वाले यहूदियों की याद में बना एक स्मारक है, जो यूक्रेन में स्थित है।