राजधानी से सटे रायसेन जिले की सिलवानी के ग्राम खमरिया में बच्चों के विवाद में शुक्रवार की रात को बड़ों में झगड़ा हो गया। इसमें दुकानों और वाहनों में आग लगा दी तो दोनों पक्षों की तरफ से गोलियां चलाई गईं और धारदार हथियारों का इस्तेमाल हुआ। इस खूनी संघर्ष में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए।
रायसेन जिले में खमरिया गांव में बच्चों के विवाद ने शुक्रवार की रात को तूल पकड़ लिया। यह विवाद देखते ही देखते खूनी संघर्ष में बदल गया। दोनों पक्षों की तरफ से करीब 40 से 50 लोग आमने सामने आ गए। विवाद में दुकानों और गाड़ियों में आग लगा दी गई। इससे दो दुकान व एक मोटर साइकल जल गई। वहीं गोलियां चलाए जाने से कई लोगों के शरीर में छर्रे लगने से वे घायल हो गए। एक व्यक्ति राजू आदिवासी की घटना में मौत हो गई और घायलों में तीन लोगों हरिसिंह, रामजी भाई और नरेंद्र की हालत गंभीर है।
गांव की सीमा सील
घटना के बाद से खमरिया गांव की सीमा को पुलिस ने सील कर दिया है और वहां बाहर के किसी भी व्यक्ति को घुसने नहीं दिया जा रहा है। स्थानीय लोगों को चेतावनी दी गई है कि किसी भी तरह की गड़बड़़ी करने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। चार थानों की पुलिस को गांव में तैनात किया गया है जिससे शांति व्यवस्था कायम रहे।
सरकार की ओर से आर्थिक सहायता
खमरिया गांव की घटना में घायलों को भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भी स्थानांतरित कर लाया गया है। इन्हें देखने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हमीदिया अस्पताल पहुंचे। उन्होंने मृतक के परिवारजन को पांच लाख और घायलों में से तीन को दो-दो लाख व अन्य घायलों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। साथ ही दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं।