मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गरीब महिलाओं को बेचने वाले एक गिरोह का खुलासा हुआ है। ये गिरोह महिलाओं को काम दिलाने के बहाने अलग-अलग जगहों पर बेच देते थे। गिरोह का खुलासा तब हुआ जब 34 साल की एक महिला को 80 हजार रुपये में बेचने के बारे में पुलिस को जानकारी मिली।
दरअसल, भोपाल की एक महिला ने बीते साल 25 नवंबर को अपनी बहन के गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया था कि उसकी बहन एक शादी में शामिल होने के लिए गई थी लेकिन वापस नहीं आई। पुलिस ने मामले में जांच की तो पता लगा कि राजस्थान के झालवाड़ में स्थित पीथापुर गांव में एक महिला को बंदी बनाकर रखा गया है। पुलिस ने महिला को वहां से बरामद किया और संबंधित आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पिता-पुत्र करते थे दुष्कर्म
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि विदिशा का रहने वाला मजबूत सिंह यादव उसे काम दिलाने के बहाने ले गया था। उसके बाद उसने गुना जिले के बिसनखेड़ा में रहने वाली अम्मा नाम की महिला के पास उसे छोड़ दिया। इसके बाद अगले दिन दोनों ने मिलकर झालवाड़ के रहने वाले पिता-पुत्र मोर सिंह और किशन सिंह को 80 हजार में उसे बेच दिया। पीड़िता ने बताया कि वहां दोनों पिता-पुत्र बारी-बारी से घर में बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म करते थे।
टीम को मिला 30 हजार का इनाम
पुलिस ने मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट के सामने पेश किया। वहीं दूसरी ओर पुलिस आयुक्त ने मामले का खुलासा करने वाली टीम को 30 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की।