गाजियाबाद में एक साल पहले हुई युवक की हत्या के मामले को सुलझाते हुए पुलिस ने फरार चले रही उसक पत्नी और उसके प्रेमी को लिंक रोड थाना पुलिस ने शनिवार को पानीपत से गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। पुलिस ने बताया कि पत्नी व प्रेमी ने अवैध संबंधों का पता चलने और संबंधों में बाधा बनने पर अर्जुन यादव की गमछे से गला दबाकर हत्या कर दी थी। दोनों आरोपी करीब एक साल से फरार चल रहे थे।
उल्लेखनीय है कि 24 फरवरी 2021 साहिबाबाद रेलवे स्टेशन के निकट नाले में एक युवक का शव पड़ा मिला था। पुलिस ने शव की पहचान नहीं होने पर उसका डीएनए टेस्ट कराया गया था। अगस्त 2021 में मृतक की पहचान अर्जुन यादव निवासी साहिबाबाद के रूप में हुई थी। अर्जुन अपनी पत्नी आशा और तीन बच्चों के साथ साहिबाबाद स्थित गोविंदराम के मकान में किराए पर रहता था, लेकिन पड़ताल के दौरान अर्जुन की पत्नी मौके से फरार मिली थी।
अर्जुन की पत्नी आशा का अपने प्रेमी बब्लू उर्फ कमरूददीन के साथ फरार होना सामने आया था। इसको लेकर अर्जुन के भाई ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस तब से इन दोनों की तलाश में जुटी थी। पुलिस ने महिला और उसके प्रेमी की गिरफ्तारी के लिए 20-20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
पति के शव को पहचानने से कर दिया था इनकार
पुलिस के अनुसार, 21 फरवरी 2021 को अर्जुन की हत्या करने के बाद आशा ने 23 फरवरी को लिंक रोड थाने में पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अगले दिन 24 फरवरी को साहिबाबाद गांव में पुलिस को एक शव मिलने पर आशा को उसकी शिनाख्त के लिए बुलाया गया था। मगर आशा ने पहचानने से इनकार कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने शव को लावारिस मानकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। इसके बाद आशा बच्चों को ससुराल में छोड़कर प्रेमी संग लापता हो गई थी।
दारोगा को फंसाने में महिला पकड़ी
वहीं, गाजियाबाद के टीलामोड़ थाना क्षेत्र में पति के खिलाफ गलत रिपोर्ट लगवाने के लिए जांच अधिकारी पर झूठे आरोप लगाना एक महिला को भारी पड़ गया। कथित तौर पर आरोपी महिला अपने पक्ष में रिपोर्ट लगाने को जांच अधिकारी पर दबाव बनाना चाहती थी। जांच में आरोप झूठे पाए जाने पर पुलिस ने महिला के खिलाफ कार्रवाई की है।
टीलामोड़ थाना प्रभारी महावीर सिंह ने बताया कि गगन विहार निवासी एक महिला ने एक व्यक्ति बनवारी को अपना पति बताते हुए उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। महिला ने जांच अधिकारी दारोगा से अपने मुताबिक, जांच करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। इसका विरोध करने पर महिला ने जांच अधिकारी पर 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था।