राजस्थान की पाली पुलिस ने गुजरात पुलिस के साथ मिलकर एक बड़े ठग पर शिकंजा कसा है। यह ठग पिछले 10 साल से ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। उसके खिलाफ देश के 21 शहरों में 60 से ज्यादा ठगी के मामले दर्ज हैं। खास बात यह है कि वह ठगी करने के लिए खुद को विधायक बताता था।
गिरफ्तारी के बाद छूट जाता था
पुलिस के मुताबिक इस ठग की पहचान 33 वर्षीय सुरेश उर्फ भैर्या के रूप में हुई है। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक वह रैंडम नंबरों पर फोन करता और उसके बाद उन्हें अपने जाल में फंसाना शुरू कर देता था। वह लोगों से अपने अस्पताल, शॉपिंग और अन्य खर्च के लिए पैसे मांगता था। पुलिस ने बताया कि वह धोखाधड़ी के कम से कम 60 मामलों में गिरफ्तार हुआ था और तमाम बार जमानत पाने में कामयाब रहा था। जानकारी के मुताबिक उसने जोधपुर में 17, नागौर में 3, कोटा में 2, मारवाड़ा में 2, बीकानेर में 2, इंदौर में 1, सांचोर में 2 के अलावा बीकानेर और गंगानगर में भी कुछ ठगी के मामलों को अंजाम दे चुका था।
ऐसे अंजाम देता था ठगी
पुलिस ने इस ठग के काम करने के तरीके के बारे में भी जानकारी दी। इसके मुताबिक यह ठग अक्सर खुद को पाली के विधायक के रूप में पेश करता था। वह किसी भी नंबर पर फोन करता और मेडिकल इमरजेंसी का हवाला देकर पैसे ट्रांसफर कराता। इसी तरह कई बार किसी बड़ी बिजनेस फैमिली से ताल्लुक रखने वाला तो कभी जज या अन्य अधिकारी का रिश्तेदार बताता। वह कपड़े और ज्वैलरी की बड़ी दुकानों पर फोन करता और रौब झाड़ता हुआ उनसे मुफ्त चीजों की मांग करता।
पुलिस ने ऐसे लगाया पता
पुलिस के मुताबिक इस शख्स ने बीते दिनों गुजरात के एक व्यापारी दीपक चौकी को फोन किया था। सुरेश से बातचीत के बाद इस व्यापारी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। पाली पुलिस ने बताया कि गुजरात पुलिस ने उन्हें ठग के बारे में सटीक जानकारी दी थी। इसके बाद सर्विलांस की मदद से उसकी निगरानी शुरू हुई। इसके जरिए पता चला कि वह पाली के रेलवे स्टेशन के आसपास कहीं है। शनिवार शाम को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर गुजरात पुलिस के हवाले कर दिया।