चीन की मदद से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कश्मीर में अपनी रणनीति में बदलाव किया है। आईएसएआई आतंकियों को खाली हाथ घुसपैठ करा रही है तथा ड्रोन से हथियार पहुंचा रही है। खबर है कि चीन से उसे बड़ी संख्या में ड्रोन के साथ-साथ ईएमईआई राइफलें भी मिली हैं।
खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कश्मीर में इसी महीने कई स्थानों पर चीन निर्मित हथियार सुरक्षाबलों के हाथ लगे हैं। ये चीन की नोरिंको कंपनी द्वारा निर्मित ईएमईआई टाइप 97 एनएसआर राइफलें हैं। 23-24 की रात को बुजम्मू से दक्षिण कश्मीर जा रहे दो लोगों से ये राइफलें पकड़ी गई हैं। इससे पहले 14 सितंबर को उत्तरी कश्मीर के गुरेज सेक्टर में नोरिंकों की क्यूबीजेड टाइप 95 एनएसआर राइफलें जब्त की गई थी।
खुफिया सूत्रों ने बताया कि नोरिंको कंपनी की टाइप 97 एनएसआर राइफलें चीनी सेना पीएलए में सर्वाधिक इस्तेमाल की जाती हैं। इससे जाहिर है कि चीनी सेना के जरिये ही ये राइफलें आईएसआई और वहां से आतंकियों को पहुंचाई जा रही हैं।
सूत्रों ने कहा कि भारतीय सेना की कार्य प्रणाली का विश्लेषण करने के बाद आईएसआई ने आतंकियों को खाली हाथ भेजना शुरू कर दिया। दरअसल, खाली हाथ जब कोई व्यक्ति भारतीय एलएसी से प्रवेश करता है तो सुरक्षा बल उस पर गोली नहीं चलाते हैं। इस प्रकार उसके बच निकलने की संभावना बनती है।
सूत्रों का कहना है कि सुरक्षा बलों की सख्ती के कारण ही आईएसआई खाली हाथ आतंकियों की घुसपैठ करा रही है। हालांकि सुरक्षाबल ऐसे लोगों की भी व्यापक पड़ताल करते हैं, लेकिन हो सकता है कि कई लोग बिना नजर में आए प्रवेश कर गए हों। इसके बाद वह ड्रोन के जरिये हथियारों की आपूर्ति कर रही है। इधर, भारतीय सेना एवं अन्य सुरक्षा बलों ने ड्रोन को लेकर भी निगरानी तेज कर दी है। खबर है कि चीन ने बड़े पैमाने पर पाकिस्तान को हथियारों की आपूर्ति करने वाले ड्रोन दिए हैं।