राजस्थान के सीमावर्ती बाड़मेर जिले में गुरूवार तड़के पति से नाराज एक विवाहिता ने अपने दो मासूम बच्चों सहित खुद को आग लगा दी। बताया गया कि महिला करीब 80 फीसदी तक जल गयी है। महिला के चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ौसी मौके पर पहुंचे और आग बुझाकर महिला और उसके बच्चों को अस्पताल पहुंचाया। हालत गंभीर होने पर तीनों को जोधपुर रेफर किया गया। इस मामले में अब एक बच्ची की मौत हो गई है।
रात को हुआ झगड़ा, सुबह लगाई आग
पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया कि बुधवार देर रात ही महिला का उसके पति के साथ झगड़ा हुआ था, जिसके बाद गुरूवार सुबह विवाहिता ने अपने दोनों बच्चों सहित खुद को आग लगा दी। विवाहिता की पहचान 25 वर्षीय संगीता के रूप में की गयी है, वहीं उसके दो बच्चों की पहचान 3 वर्षीय दिग्विजय और एक वर्षीय प्रिया के रूप में की गयी। बताया गया कि संगीता की शादी करीब पांच वर्ष पूर्व बाड़मेर निवासी जसवंतसिंह के साथ हुई है। जसवंत सिंह कोर्ट में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है।
झगड़े के बाद पति गुजरात रवाना
पुलिस ने बताया कि पड़ौसियों से पुछताछ में सामने आया की बुधवार देर रात पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ था। घटना के बाद मौके पर पहुंचे रिश्तेदारों ने पुलिस को बताया कि बुधवार रात झगड़े के बाद जसवंतसिंह गुरूवार सुबह ही गुजरात चला गया है। जिसके बाद उसकी पत्नी संगीता अपने बच्चों के साथ अकेली ही घर पर थी। हालांकि संगीता के सास-ससुर पड़ौस में ही एक मकान में रहते हैं।
चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ौसी पहुंचे
बताया गया कि पति के रवाना होने के बाद नाराज संगीता ने खुद को और अपने दोनों बच्चों को आग लगा दी। कुछ देर बाद संगीता और उसके बच्चों की चिल्लाने की आवाज आने लगी, जिसके बाद पड़ौसी पहुंचे और जैसे-तैसे आग पर काबु पाया गया और संगीता और उसके बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया।
पुलिस के मुताबिक हादसे में संगीता 80 फीसदी जल गई,वहीं उसके दो बच्चे 30-40 फीसदी जल गए। तीनों की हालत गंभीर होने के बाद तीनों को जोधपुर रेफर कर दिया गया। इस बीच घटना की सूचना मिलने ही जिला अस्पताल के बाहर समाज और अन्य लोगों की भारी भीड जमा हो गयी।
मामले की जांच शुरू
शहर कोतवाल उगमराज सोनी ने बताया कि विवाहिता ने पुलिस को दिए बयान में खुद द्वारा आग लगाना बताया गया है। सोनी ने बताया किघटना की सूचना जसवंतसिंह को दे दी गयी है और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।