खगड़िया नगर थाना क्षेत्र में बखरी बस स्टैंड के पास गुरुवार को एक के बाद एक हुए कई धमाके में दर्जनभर लोग घायल हो गए हैं। दो घायल संजय सदा और कारेलाल सदा को गंभीर हालत में खगड़िया से भागलपुर रेफर कर दिया गया है।
पीड़ित लोगों ने बताया कि स्थानीय निवासी सतीश कुमार कहीं से बोरा में कचरा चुनकर आया था। कचरे से भरे बोरे को जैसे ही घर के पास फेंका, ताबड़तोड़ धमाके शुरू हो गये। बम धमाकों में आसपास रहे दर्जनभर लोग गंभीर रूप से झुलस गए। अफरातफरी में यह भी पता नहीं चल पाया कि कितने धमाके हुए। अनुमान है कि कचरे में ही बम था।
घटना में सतीश कुमार के अलावा जयनारायण सदा के पुत्र कारेलाल सदा (50), मंगल सदा का पुत्र अर्जुन कुमार (17), कारे सदा का पुत्र जोगेश्वर सदा (5), दिनेश सदा की बेटी राको कुमारी (4), मंगल सदा का पुत्र साजन कुमार (4), अशोक सदा का पुत्र राजा कुमार (5), श्रवण सदा का पुत्र सुंदर कुमार, भोला सदा का पुत्र अशोक सदा के अलावा मोनिका कुमारी, रंजीत सदा व बिजली सदा गंभीर रूप से झुलस गए।
आनन-फानन में घायलों को सदर अस्पताल लाया गया। घटना की सूचना पर डीएम आलोक रंजन घोष, एसपी अमितेश कुमार सदर एसडीओ धर्मेंद्र कुमार ने मौके पर पहुंचकर जानकारी ली। डीएम आलोक रंजन घोष ने बताया कि बम निरोधक दस्ता को बुलाया जा रहा है। घटना के आसपास की जगह को खाली करा दिया गया है।
एटीएस जांच में जुटी
धमाके की जांच के लिए पटना से आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की टीम भी खगड़िया भेजी गई है। टीम में विस्फोटक के विशेषज्ञ भी शामिल हैं। पटना से भेजी गई आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की टीम नेतृत्व इंस्पेक्टर रैंक के अफसर कर रहे हैं। एसटीएस विभिन्न पहलुओं पर बम धमाके की जांच करेगी। बम कितना शक्तिशाली था, धमाके के लिए किस तरह के विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया, इसके पीछे कौन लोग हो सकते हैं और बम बनाने का मकसद क्या था?
इन सभी बिंदुओं पर जिला पुलिस के साथ यह टीम जांच-पड़ताल करेगी। टीम में बम निरोधक दस्ता से जुड़े एक्सपर्ट भी शामिल हैं। उनके साथ कई अधिकारी व जवान भी हैं। बताया जाता है कि धमाके वाली जगह पर एफएसएल की टीम भी अपने काम में जुट गई है। साक्ष्यों को जुटाने का काम किया जा रहा है, ताकि धमाके को लेकर तस्वीर पूरी तरह साफ हो सके।