यूक्रेन- रूस के बीच तनाव बरकरार है। दोनों ही देश एक दूसरे पर हमले के आरोप लगा रहे हैं। एक तरफ जहां रूस ने सोमवार को दावा किया है कि यूक्रेन की बमबारी में उसकी सीमा चौकी को उड़ा दिया है, तो वहीं दूसरी ओर यूक्रेनी सेना ने इस दावे को “फर्जी खबर” करार देते हुए सीमा पर गोलाबारी से इनकार किया है।
हालांकि रूस की तरफ से पहली बार कहा गया है कि यूक्रेन की बमबारी में रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (एफएसबी) द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सीमा चौकी को नष्ट कर दिया है।
रूसी एफएसबी ने सोमवार को दावा किया था कि यूक्रेन के क्षेत्र से दागे गए एक गोले ने रूस के रोस्तोव क्षेत्र में एक रूसी सीमा रक्षक चौकी को पूरी तरह से नष्ट कर दिया। घटना के परिणामस्वरूप किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
इंटरफैक्स समाचार एजेंसी ने एफएसबी के हवाले से कहा कि यह घटना रूस और यूक्रेन की सीमा से करीब 150 मीटर की दूरी पर हुई।
मालूम हो कि पश्चिमी देशों को डर है कि हाल के हफ्तों में यूक्रेन की सीमा के पास रूसी सैनिकों का जमावड़ा एक आक्रमण का संकेत है। इन देशों का कहना है कि अगर ऐसा हुआ तो वे मास्को के खिलाफ “बड़े पैमाने पर” प्रतिबंध लगाएंगे। हालांकि रूस आक्रमण की किसी भी योजना से इनकार करता है लेकिन व्यापक सुरक्षा गारंटी चाहता है।
रूसी समाचार एजेंसियों के मुताबिक सिक्योरिटी सर्विस ने दिए गए एक बयान में कहा, “21 फरवरी को, सुबह 9:50 बजे (0650 GMT), यूक्रेन से दागे गए एक अज्ञात प्रक्षेप्य ने रूसी-यूक्रेनी सीमा से लगभग 150 मीटर की दूरी पर रोस्तोव क्षेत्र में FSB सीमा रक्षक सेवा द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सीमा चौकी को पूरी तरह से नष्ट कर दिया।”
पश्चिमी देशों का दावा- 1.6 लाख रूसी सैनिक यूक्रेन पर हमला करने के लिए तैयार
यूक्रेन पर रूसी हमले की आशंका और यूक्रेन की सीमाओं के आसपास रूस की सेना के बड़े पैमाने पर जमावड़े को लेकर मास्को और पश्चिम के बीच तनाव हफ्तों से बढ़ रहा है। पश्चिमी खुफिया एजेंसियों का दावा है कि करीब 1.6 लाख रूसी सैनिक यूक्रेन पर हमला करने के लिए तैयार हैं।
बाइडेन-मैक्रों ने यूक्रेन-रूस मुद्दे पर की बात
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से यूक्रेन के मुद्दे पर चर्चा की है। व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर कहा, “राष्ट्रपति जोसेफ आर. बाइडेन, जूनियर ने आज फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ बात की। दोनों नेताओं ने यूक्रेन की सीमाओं पर रूस के सैन्य जमावड़े को लेकर कूटनीति और निवारक प्रयासों पर चर्चा की। ” व्हाइट हाउस के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच बातचीत 15 मिनट तक चली।