राजस्थान में कोटा में बारात जा रही कार के नदी में गिर जाने से दूल्हे समेत नौ लोगों की मौत हो गई। घटना उस वक्त हुई जब बारात चौथ का बरवाड़ा से उज्जैन जा रही थी और नयापुरा पुलिया से चंबल नदी में गिर गई। जानकारी मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू शुरू किया, लेकिन किसी को बचाया नहीं जा सका।
चौथ का बरवाड़ा से उज्जैन जा रही थी बारात
पुलिस से मिली जानकारी में सामने आया कि एक बारात चौथ का बरवाड़ा से उज्जैन की तरफ जा रही थी। कार के अंदर 9 लोग सवार थे। साथ में बारातियों से भरी एक बस भी चल रही थी। एसपी केसर सिंह शेखावत ने बताया कि बस आगे निकल चुकी थी और कार पीछे से रास्ता भटक गई। इस दौरान कार नयापुरा चंबल नदी की छोटी पुलिया से होकर गुजर रही थी। तभी उसका संतुलन बिगड़ गया और कार पुलिया से नीचे नदी में गिर गई।
मृतकों में दूल्हा भी शामिल
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि कार के अंदर अविनाश नाम का दूल्हा भी बैठा था। यह कार उज्जैन जा रही थी। जिसमें कुछ लोग चौथ का बरवाड़ा और कुछ लोग जयपुर के शामिल थे। हालांकि पुलिस मृतकों की शिनाख्त का प्रयास कर रही है। वहीं मौके पर कोहराम मच गया। जिस किसी ने भी इस हादसे के बारे में सुना वह तुरंत ही कार सवार लोगों की मदद के लिए दौड़ पड़ा।
लोकसभा अध्यक्ष और मंत्री धारीवाल ने जताई दुख संवेदना
हादसे की जानकारी शहर में आग की तरह फैल गई। हादसे की जानकारी मिलने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संवेदना प्रकट की है। इसके साथ ही कोटा दौरे पर मौजूद यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने भी संवेदना प्रकट कर प्रशासन को हादसे में त्वरित सहायता पहुंचाने के निर्देश भी दिए हैं।
मृतकों के आश्रितों ने की सहायता की मांग
दर्दनाक हादसे में अपनी जान गंवा बैठे मृतकों के आश्रितों ने मोर्चरी के बाहर सहायता उपलब्ध करवाने की मांग की है। परिजनों का कहना है कि जिन लोगों की मौत हुई है वह गरीब परिवार के हैं और उनके अंतिम संस्कार में भी काफी परेशानी आएगी। ऐसे में मोर्चरी पर पहुंचे जिला कलेक्टर हरिमोहन मीणा, आईजी रविदत्त गौड़ से परिजनों ने मुआवजे की मांग की है।