जिस घर में तीन बहनों की डोली उठनी थी, वहां अब दो की ही विदाई होगी। राजस्थान के कोटा में चंबल नदी में जिस दूल्हे की कार गिरी वह बारात लेकर उज्जैन आ रहा था लेकिन हादसे में दूल्हे की मौत के बाद तीसरी शादी को रोक दिया गया है। असल में उज्जैन की तीन सगी बहनों की शादी एक साथ हो रही थी। एक बारात कोटा और दो अन्य बारातें मध्य प्रदेश से आ रही थीं। कोटा से आ रही बारात सबसे छोटी बहन के लिए थी। लेकिन हादसे के चलते उसकी शादी फिलहाल टाल दी गई है।
उज्जैन के भेरूनाला मोहल्ले में वाल्मिकी समाज के सुभाष नामक व्यक्ति के परिवार की तीन बेटियों वर्षा, दीपिका और जया की आज शादी तय थी। दीपिका और जया जुड़वां बहनें हैं। वर्षा की बारात मंदसौर के शामगढ़ से आ रही है तो दीपिका की रतलाम के आलोट ताल से आ रही थी। वहीं, जया की कोटा राजस्थान से बारात आ रही थी। वर्षा और जया के पति का नाम भी एक जैसा अविनाश था तो दीपिका के पति का नाम पंकज था। तीनों बारातों की अगवानी के लिए पूरा परिवार तैयारियों में लगा था कि सुबह कोटा के पास हादसे में जया के होने वाले पति अविनाश पिंटू की मौत के समाचार से शोक की लहर छा गई और वाल्मिकी समाज के लोग जमा् हो गए।
अब जया की लग्न व विवाह की सामग्री शिप्रा में प्रवाहित कर दो की विदाई
कोटा से आने वाली बारात के साथ हादसे की खबर के बाद अब जया को छोड़कर उसकी दो अन्य बहनों वर्षा और दीपिका की विदाई करने का फैसला लिया गया है। वाल्मिकी समाज के लोगों ने पीड़ित परिवार को हादसे में मृत अविनाश पिंटू से जिस बेटी जया की शादी होने वाली थी, उसकी लग्न व अन्य वैवाहिक सामग्री को शिप्रा नदी में प्रवाहित करने का सुझाव दिया है। साथ ही जया को शिप्रा नदी में स्नान कराने के बाद वर्षा व दीपिका की सादगी के साथ शादी करके उन्हें विदा करने को कहा गया है। इनकी आज रात को ही शादी होने वाली है।