Gurugram Robbery Case : बिल्डर के फ्लैट से 30 करोड़ रुपये की चोरी मामले में आरोपी निलंबित आईपीएस अधिकारी धीरज सेतिया (IPS officer Dheeraj Setia) को गुरुग्राम के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यासधीश (एडीजे) अमित सहरावत ने शुक्रवार को भगोड़ा घोषित कर दिया। अदालत ने आरोपी की संपत्ति का पता लगाकर उसको अटैच करने के भी निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा कोर्ट ने इस मामले में आरोपी गैंगस्टर विकास लगरपुरिया और चेतन मान उर्फ बॉक्सर को भी भगोड़ा घोषित किया है। अब इस मामले में अगली सुनवाई दो मार्च को होगी। उल्लेखनीय है कि धीरज सेतिया को पहले ही निलंबित किया जा चुका है।
मामले की जांच कर रही एसटीएफ ने आरोपियों को भगोड़ा घोषित करने के लिए कोर्ट में गुहार लगाई थी। मामले की जांच करते हुए एसटीएफ ने डॉ. सचेंद्र जैन नवल और डॉ. जीपी सिंह को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ में सामने आया था कि मामले को रफा-दफा करवाने के लिए वह तत्कालीन डीसीपी अपराध धीरज सेतिया से मिले थे। उनको करोड़ों रुपये का सोना और डॉलर दिए गए थे। जांच में उनका नाम सामने आने के बाद एसटीएफ ने धीरज सेतिया को नोटिस जारी कर जांच में शामिल होने के लिए बुलाया, लेकिन वह जांच में शामिल नहीं हुए। उसके बाद एसटीएफ ने चोरी के मामले में दिसंबर 2021 को आईपीएस धीरज सेतिया को आरोपी बनाया और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं को जोड़ा गया। एसटीएफ इस मामले में अब तक छह करोड़ रुपये बरामद कर चुकी है, जबकि करीब 15 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
तीन बार रद्द हो चुकी है जमानत
आईपीएस धीरज सेतिया कोर्ट में तीन बार जमानत के लिए याचिका लगाई थी। कोर्ट ने सुनवाई करते हुए जमानत देने से इनकार कर दिया था। इस मामले में उनकी लगातार मुश्किले बढ़ती जा रही हैं। जमानत याचिका रद्द करने के बाद कोर्ट ने गुरुग्राम पुलिस पर कड़ी टिप्प्णी भी की थी।
डॉक्टर ने दी थी गैंगस्टर को सूचना
बिल्डर के फ्लैट में करोड़ो रुपये रखे होने की जानकारी डॉ. सचेंद्र जैन नवल ने दी थी। अगस्त 2021 में गैंगस्टर के गुर्गों ने सेक्टर-84 स्थित फ्लैट से 30 करोड़ रुपये चुरा लिए और छह बैगों में भर कर रुपये ले गए थे। उन रुपयों को ठिकाने लगाने में दिल्ली पुलिस के स्पेशल स्टाफ में तैनात एएसआई विकास गुलिया ने अहम भूमिका निभाई थी। इस मामले में गुलिया की भी गिरफ्तारी हुई थी।
विदेश में बैठकर गैंग चलाता है लगरपुरिया
इस मामले में अदालत ने गैंगस्टर विकास लगरपुरिया को भी भगोड़ा घोषित किया है। वह फिलहाल देश से बाहर है। यूरोप के किसी देश में बैठकर अपना गैंग चला रहा है। लगरपुरिया अपने गुर्गों से लूट, डकैती और उगाही कराता है।