भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की कार्रवाई जारी है। पूर्णिया के सब रजिस्ट्रार उमलेश प्रसाद सिंह पर आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करने के बाद बुधवार को उनके ठिकानों पर छापेमारी की गई।
पटना और पूर्णिया स्थित घर और कार्यालय की तलाशी में निगरानी को भारी मात्रा में नकद और सोने-चांदी के जेवरात के साथ निवेश के साक्ष्य मिले हैं। अबतक 150 प्रतिशत आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का खुलासा हुआ है।
771 ग्राम सोने-चांदी के जेवरात बरामद
निगरानी के मुताबिक उमलेश प्रसाद सिंह मूलत: रोहतास के बिक्रमगंज स्थित मानी के रहने वाले हैं। जांच में आय से 1 करोड़ 11 लाख 30 हजार 835 रुपए अधिक की संपत्ति पाए जाने के बाद 12 फरवरी को प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पटना के राजीवनगर स्थित केशरीनगर के मकान और पूर्णिया के सरकरी आवास व कार्यालय की तलाशी बुधवार को ली गई।
पूर्णिया में 4.25 और पटना आवास से 12.80 लाख रुपए नकद बरामद हुए। वहीं 343 ग्राम सोना जबकि 428 ग्राम चांदी के जेवरात मिले, जिसकी कीमत 18 लाख रुपए है। बैंकों में 19 खातों के अलावा एलआईसी व बजाज फाइनांस में 8 पॉलिसी में निवेश के साक्ष्य मिले। उमलेश प्रसाद सिंह के एक बैंक खाते में 22 लाख रुपए जमा हैं।
मकान की अंदरुनी सजावट पर बहाया पैसा
सब-रजिस्ट्रार और उनकी पत्नी के नाम कुल सात प्लॉट मिले हैं। इनमें केशरीनगर स्थित जमीन पर चार मंजिला मकान बना है। निगरानी ब्यूरो की टीम जब तलाशी लेने पहुंची तो मकान की अंदरुनी साज-सज्जा को देखकर हैरान रह गई।
तरह-तरह के फॉल्स सीलिंग, टाइल्स, मार्बल के अलावा किचन और बाथरूम तक में विलासिता के महंगे सामान लगाए गए हैं। निगरानी के मुताबिक उमलेश प्रसाद सिंह द्वारा दी गई वार्षिक संपत्ति विवरणी में कई निवेशों का उल्लेख नहीं है। जांच में इनकी संपत्ति और भी बढ़ सकती है।