बिहार के दरभंगा में जमीन विवाद में चार लोगों को जिंदा जलाने का मामला सामने आया था। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। आग लगने की वजह से तीन लोग बुरी तरह से झुलस गए हैं, जिसमें एक गर्भवती महिला पिंकी ने मंगलवार को अस्पताल में दम तोड़ दिया। इससे पहले आग के कारण गर्भवती महिला के कोख में ही उसका आठ महीने का बच्चा मर गया था।
बता दें कि दस फरवरी को जबरन जमीन कब्जा करने पहुंचे भू-माफिया ने चार लोगों पर पेट्रोल छिड़क आग लगा दी थी। घटना में दो लोगों की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है। गौरतलब है कि मामले में नामजद अभियुक्त होने के बाद भी पुलिस अपराधी को गिरफ्तार करने के बदले आग लगने और लगाने की जांच में जुटी है। इस बात से लोगों में नाराजगी है।
यह घटना बिहार के दरभंगा के टाउन थाना क्षेत्र के राज कुमार गंज के पॉश जीएम रोड इलाके की है। मजे की बात यह है कि घटनास्थल एलएनएमयू थाने से कुछ दूरी पर ही है। मृतका का भाई संजय झा डीएमसीएच में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। गौरतलब है कि नगर थाना क्षेत्र के जीएम रोड स्थित एक मकान और जमीन की दावेदारी का मामला पटना हाईकोर्ट में चल रहा है। इस बीच गुरुवार की देर शाम करीब 20 से 25 की संख्या में आए भू माफियाओं ने संजय झा नामक व्यक्ति के मकान को जबरन बुलडोजर से ढहाने की कोशिश की। उसके बाद घर को आग लगा दी थी।
इस घटना में घर के तीन सदस्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। संजय और उनकी गर्भवती बहन पिंकी बुरी तरह झुलस गए। इस घटना में छोटी बहन निक्की भी घायल हुई थी लेकिन वह घर में अकेले डटी रही। संजय और पिंकी को डीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। जहां तीन दिन पहले पिंकी के गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गयी थी। इस पूरी वारदात का मुख्य आरोपी शिवकुमार झा है। यह वही व्यक्ति है जिसका मकान और जमीन का विवाद चल रहा है।
पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 8 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में कुल 40 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। अभी तक 13 अभियुक्तों की पहचान कर ली गई, जिसमें से 8 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, स्पेशल ब्रांच की टीम ने पीड़ित पक्षों का बयान लेकर पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट भेज दी है। उसमें पुलिस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी की भूमिका को संदिग्ध बताया गया है। पीड़ित परिवार ने बताया कि बुधवार की रात भी हमलावरों ने जेसीबी से घर पर हमला किया था।