शहर कोतवाली पुलिस ने पुलिस वालों के विवाह समारोह में फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर कन्यादान की रकम चुराने वाले आरोपी चंद्रशेखर मीणा को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने गुरुवार को फरार चल रहे आरोपी 31 वर्षीय चंद्रशेखर मीणा, निवासी गांव मीनापुरा थाना भुसावर को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जाता है कि चंद्रशेखर ड्रग एडिक्ट है। सूट बूट पहन कर पुलिस अधिकारी बनकर किसी भी शादी में घुस जाता था। जहां से कन्यादान में आई रकम को लेकर फरार हो जाता था।
पुलिस के अनुसार इस बदमाश ने भरतपुर जिले के अलावा दौसा जिले के महवा सिकंदरा सलेमपुर बांदीकुई मेहंदीपुर बालाजी थाना इलाकों में भी शादियों में कन्यादान की रकम को चोरी करने की वारदातों को अंजाम दिया । विगत दिनों भरतपुर जिले में हुई 4 शादियों में कन्यादान की रकम चुराकर फरार हो गया। यह बदमाश ज्यादातर पुलिसकर्मियों के परिजनों की शादियों को ही निशाना बनाता है ।
थाना क्षेत्र का पुलिस अधिकारी बनकर देता वारदात को अंजाम
आरोपी चंद्रशेखर मीणा किसी भी शादी में सूट-बूट पहन कर घुस जाता है । जिस थाना इलाके में मैरिज गार्डन में शादी हो रही होती है उस थाना क्षेत्र का पुलिस अधिकारी बनकर वहां पहुंचता है । शादी में आने वाले मेहमानों से अपना परिचय भी पुलिस अधिकारी के तौर पर ही देता है । इसके अलावा अपने आपको दुल्हन के पिता का रिश्तेदार बताते हुए वहां कन्यादान की रकम ले रहे व्यक्ति के पास बैठ जाता है और उसे नजदीकी बढ़ा लेता है । फिर कन्यादान की रकम ले रहे व्यक्ति को अपनी बातों में उलझा देता है और उसका ध्यान भटका कर कन्यादान में आई रकम को लेकर फरार हो जाता है ।
पकड़ने के लिए इस तरह पुलिस ने बिछाया जाल
लगातार शादियों में कन्यादान की रकम को चोरी करने की शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। राजस्थान के सभी थानों में इस चोर के फोटो भेजे गए । जिसके बाद दौसा पुलिस ने बताया कि यह चोर चंद्रशेखर मीणा है जो पूर्व में भी दौसा जिले में शादियों में आई कन्यादान की रकम को चोरी करने के मामले में गिरफ्तार हो चुका है। शहर कोतवाली प्रभारी रामकिशन यादव ने बताया कि शादियों में कन्यादान की रकम चोरी करने की शिकायत दर्ज हुई थी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इसकी पहचान की गई और दबिश देकर इसे गिरफ्तार किया गया । शादियों में कन्यादान की रकम चोरी होने के बाद आ तो के बाद भरतपुर पुलिस ने सोशल साइट के जरिए लोगों को जागरूक किया है कि शादियों में कन्यादान की रकम इकट्ठा करने वाले व्यक्ति पर निगाह रखें व किसी अनजान व्यक्ति को नहीं सौंपे।