बिहार के नालंदा जिले में जहरीली शराब से हुई 12 लोगों की मौत के बाद अब तक 19 शराब धंधेबाजों की पहचान कर जेल भेजा जा चुका है। जिला प्रशासन ने सभी 19 शराब धंधेबाजों के घरों पर अवैध निर्माण का नोटिस चस्पा कर जवाब मांगा था। समय पर उन लोगों के द्वारा मकान संबधी किसी तरह का कोई कागजात प्रस्तुत नहीं करने पर शुक्रवार से उनके घरों पर बुलडोजर चलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। शराब पीने से हुए मौत के बाद राज्य का यह पहला मामला है, जिसमें कार्रवाई करते हुए धंधेबाजों के मकान को तोड़ा गया।
अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में जहरीली शराब कांड की मास्टरमाइंड सुनीता मैडम के घरों को तोड़ा गया। इस कार्रवाई में किसी तरह का कोई परेशानी न हो इसके लिए डीएसपी, डीसीएलआर, सर्किल इंस्पेक्टर, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी और अंचलाधिकारी के साथ भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई थी। हालांकि शराब कांड के बाद जिला प्रशासन द्वारा इलाके का सर्वे कर करीब 1200 से अधिक लोगों को नोटिस कर जमीन संबंधित कागजातों की मांग की थी। मगर भारी हंगामे के बाद सिर्फ प्रशासन ने जहरीली शराब कांड के आरोपियों के घर को तोड़ने की बात कही गई थी।
इन धंधेबाजों के टूट रहे हैं मकान
सुनीता देवी उर्फ मैडम, सूरज कुमार, नगीना चौधरी, संतोष चौधरी,अंडा चौधरी, देवानंद पासवान, आकाश पासवान, विकास पासवान,जितेंद्र कुमार उर्फ बोकरा, कारू पासवान, जितेंद्र चौधरी, रंजीत पासवान, पुकार विंद, चिंटू कुमार, पंकज पंडित, संजय पासवान उर्फ भोमा, मीना देवी उर्फ बुढ़िया, मितु चौधरी और चंदन पासवान के घर को आज तोड़ा जा रहा है।
वहीं सदर एसडीओ कुमार अनुराग ने बताया कि विधि व्यवस्था को सामान रखने को लेकर हम लोग मौके पर मौजूद हैं। पुलिस बल की मौजूदगी में सभी चिन्हित घरों को तोड़ा जा रहा है। जमीन संबंधित कागजात की मांग की गई थी। ये लोग अवैध रूप से पहाड़ी इलाके में घर बना कर रह रहे थे।