महाराष्ट्र में एक मां ने अपने ही कलेजे के टुकड़े का सौदा कर दिया। चंद रुपयों की खातिर इस बच्चे को एक बिचौलिये के हवाले कर दिया गया और फिर इस बिचौलिये ने भी उसे बेच दिया। इस मामले को पुलिस की नौ टीमों ने मिलकर सुलझाया है। पुणे पुलिस ने 24 साल की एक महिला और 7 अन्य लोगों को साढ़े चार साल के मासूम का सौदा करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार महिला की पहचान प्रियंका पवार के तौर पर हुई है। प्रियंका बच्चे की मां है और कोथरड में रहती थीं। इसके अलावा पकड़े गये अन्य लोगों में जन्नत बशीर शेख, भानुदास माली, चंद्रकला माली, दीपक महात्रे, सीताबाई महात्रे, तुकराम निम्बाले और रेश्मा सुतार के तौर पर हुई है। पुलिस ने मासूम बच्चे नील पवार को इनके चंगुल से आजाद करा कर उसे उसके पिता के हवाले कर दिया है।
मां ने दर्ज कराया अपहरण का केस
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नील की मां ने 4 फरवरी की शाम करीब 5 बजे कोथरड पुलिस स्टेशन में जाकर शिकायत दर्ज करवाई थी कि किसी अज्ञात शख्स ने उसके बच्चे का अपहरण कर लिया है। डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस, जोन-3, पूर्णिमा गायकवाड़ ने कहा कि इस मामले की छानबीन के लिए कोथरड, वाजरे और उत्तमनगर से पुलिस के 9 दस्ते बनाए गए थे।
पुलिस ने यूं सुलझाया मामला
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, जब इस घटना को रिक्रिएट किया जा रहा था तब महिला के पड़ोसियों पर हमें शक हुआ था। इसके बाद हमने उनसे पूछताछ करने का फैसला किया।’ इसके अलावा मामले को सुलझाने के लिए पुलिस ने अपने सूत्रों से जानकारी जुटाई। इसके अलावा अलग-अलग स्थानों के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। इसके बाद पुलिस दस्ते का नेतृत्व कर रहे अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि कर दी कि जन्नत शेख और लड़के की मां इस पूरे मामले में संलिप्त हैं।
पति से अलग रहती है महिला
छानबीन के दौरान पता चला कि प्रियंका अपने पति से अलग रहती है। इस कपल को दो बच्चे हैं। नील के भाई की उम्र 9 साल है। यह भी पता चला कि प्रियंका अपने बच्चों का खर्च चला पाने में नाकाम थी। पुलिस के मुताबिक इसके बाद उसने जन्नत और रेशमा सुतार को अपने छोटे बच्चे नील को बेचने के लए राजी किया।
पुलिस के मुताबिक इन लोगों ने बच्चे को भानुदास और चंद्रकला माली को एक बिचौलिये के जरिए 1 लाख रुपये में बेचा। इसके बाद माली ने बच्चे को 1 लाख 6 हजार रुपये में दीपक और सीताबाई महात्रे को बेच दिया।
चाइल्ड ट्रैफिकिंग की जांच
पुलिस ने कहा कि इस मामले को 24 घंटे के अंदर सुलझा लिया गया है। पुलिस ने नील की मां के पास से 81,000 रुपये भी बरामद किये हैं। पुलिस इस बात की छानबीन कर रही है कि क्या आरोपियों का लिंक बच्चों की तस्करी से भी है।
हालांकि, जिस कपल ने नील को खरीदा था उनका कहना है कि उनका कोई बच्चा नहीं था इसलिए उन्होंने यह अपराध किया। बहरहाल मामले में आगे की जांच और आरोपियों से पूछताछ के लिए उन सभी को 9 फरवरी तक पुलिस की हिरासत में भेज दिया गया है।