गहलोत सरकार ने यूपी के पंजीकृत मतदाताओं को सवैतनिक अवकाश देने का निर्णय लिया है। राज्य के ऐसे समस्त कर्मचारी एवं अधिकारी जो उत्तरप्रदेश राज्य की विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के पंजीकृत मतदाता है। उन सभी मतदाताओं को छुट्टी मिलेगी। उनका वेतन नहीं काटा जाएगा। सभी मतदाताओं को मतदान दिवस 10, 14, 20, 23 और 27 फरवरी, 3 एवं 7 मार्च 2022 को उनके द्वारा आवेदन करने पर सवैतनिक अवकाश दिया जाएगा। राज्य सरकार यूपी चुनाव में वोट डालने के लिए छुट्टी देगी। राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर दिए है। सामान्य प्रशासन (ग्रुप-2) विभाग की ओर से जारी आदेशनुसार राज्य के समस्त जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारी, विभिन्न विभागों, बोर्ड व निगमों के विभागाध्यक्षों को इन कर्मचारियों एवं अधिकारियों को सवैतनिक अवकाश देने के लिए अधिकृत किया गया है। उल्लेखनीय है कि उत्तरप्रदेश के विधानसभा आम चुनाव-2022 के लिए मतदान सात चरणों में सम्पन्न होने है।
प्रदेश में यूपी के पंजीकृत मतदाताओं की खासी तादात
राज्य में यूपी के पंजीकृत मतदाताओं की अच्छी खासी तादात है। राज्य के विभिन्न विभागों में बड़ी संख्या में यूपी के मतदाता कार्यरत है। ऐसे में गहलोत सरकार के निर्णय से उन मतदाताओं को बड़ी राहत मिली है जो उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में वोट डालने को इच्छुक है। लेकिन छुट्टी नहीं मिलने की आशंका की वजह से जाने का मन नहीं बना पा रहे थे। ब्रज क्षेत्र से सटे भरतपुर, अलवर, धौलपुर और करौली में यूपी के पंजीकृत मतदाताओ की संख्या बड़ी तादात में है। इस बार यूपी विधानसभा चुनाव पर सभी की नजरें टिकी हुई है।
निर्देशों की पालना के तहत जारी किए आदेश
भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देश के अनुसार राज्य सरकारों को वेतन काटे बिना छुट्टी देनी होती है। इससे पहले भी यूपी विधानसभा के चुनाव होने पर यूपी के पंजीकृत मतदातओं को सवैतनिक अवकाश दिया गया था। राज्य में पिछले साल हुए ग्राम पंचायत चुनावों के उपचुनाव में भी राज्य निर्वाचन आयोग ने राज्य सरकार को संबंधित क्षेत्र के मतदाताओं को सवैतनिक देने के निर्देश दिए थे। पिछले साल राज्य में ग्राम पंचायत के चुनावों की वजह से राज्य निर्वाचन आयोग ने कई बार सरकार को सवैतनिक अवकाश देने के निर्देश दिए थे।