पुलिस और ड्रग विभाग ने छापा मारकर करीब डेढ़ महीने से चल रही एक नकली दवा फैक्ट्री का भांडाफोड़ किया है। फैक्ट्री में नामी कंपनियों के नाम से नकली दवायें बनाने का दावा किया जा रहा है। पुलिस ने फैक्ट्री में नकली दवा बना रहे दस आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से करीब दो करोड़ रुपये कीमत की दवायें और करीब 50 लाख रुपये की मशीनें बरामद की हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरिंदरजीत सिंह ने मंगलवार को कोतवाली में मामले का खुलासा किया। एसएसपी ने बताया कि पुलिस को मुरादाबाद रोड स्थित एक घर में अवैध शराब बनाने की सूचना मिली थी। पुलिस टीम ने जब छापा मारा तो वहां पर भारी मात्रा में दवाएं बरामद हुईं। इस दौरान दवा बना रहे दस लोगों को हिरासत में ले लिया गया। मौके पर मौजूद ड्रग इंस्पेक्टर सुधीर कुमार ने दवाओं के सैंपल लेकर जांच के लिए भिजवा दिए।
प्रथम दृष्ट्या दवाएं नकली प्रतीत हो रही हैं। ड्रग इंस्पेक्टर सुधीर कुमार ने बताया है कि आरोपियों के पास दवा बनाने का कोई लाईसेंस नहीं था। एसएसपी बरिंदर जीत सिंह ने बताया कि मौके से पकड़ा गया मुख्य आरोपी हरिद्वार निवासी विपिन कुमार पुत्र लक्ष्मी चंद पहले भी नकली दवा बनाने के जुर्म में गिरफ्तार हो चुक है। उसके खिलाफ थाना भगवानपुर, कोतवाली गंगनहर रुड़की और कोतवाली सिविल लाइन रुड़की जनपद में मुकदमें दर्ज हैं।
करीब एक-डेढ़ महीने पहले से दवा फैक्ट्री का संचालन हो रहा था। आरोपी दवाएं कॉटन में डालकर छोटे वाहनों से सप्लाई करते थे। पुलिस को संदेह हुआ था शायद चुनाव में अवैध शराब सप्लाई की जा रही है। लेकिन, छापे में नकली दवाएं पकड़ी गई। पुलिस टीम आरोपियों से अभी पूछताछ कर रही है।