एक विधवा महिला के हौसले और हिम्मत ने उसकी इज्जत और जान बचा ली। घटना राजस्थान के उदयपुर जिले के सराड़ा थाना क्षेत्र की है। हिस्ट्रीशीटर राजू मीणा ने उसके साथ रेप की कोशिश की। काफी देर तक संघर्ष करने और शोर मचाने के बाद गांव वाले वहां पहुंच गए। पुलिस को बुलाया गया, तब तक हिस्ट्रीशीटर भाग निकला।
पैदल ही जा रही थी घर
जानकारी के मुताबिक विधवा उदयपुर से अपने गांव जाने के लिए 3 किलोमीटर दूर बस स्टैंड पर उतरी। वहां वह पीहर की तरफ जाने वाली बस का इंतजार करती रही। बस नहीं मिली तो एक अन्य महिला के साथ पैदल ही घर के लिए रवाना हो गई। आधा किमी के बाद दूसरी महिला का साथ छूट गया। तब तक सूर्यास्त भी हो गया था।
मुंह दबाकर घसीट लिया
कुछ ही देर बाद बाइक सवार पीछे से आया और महिला को घसीटते हुए नजदीक के खेत में ले जाने लगा। दूसरे हाथ से उसने महिला का मुंह दबा रखा था, जिससे वह चिल्ला नहीं पाई। महिला ने काफी संघर्ष करके अपना मुंह छुड़ाया और चिल्लाना शुरू किया। तब आरोपी ने महिला का गला दबा दिया। लेकिन महिला ने हिम्मत नहीं हारी और संघर्ष कर शोर मचाना जारी रखा। शोर-शराबा सुनकर राहगीर व अन्य ग्रामीण वहां जुट गए। गांव वालों की सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। यह देख आरोपी खेतों से होकर भाग निकला।
महिला ने बताई घटना
महिला ने पुलिस को बताया कि उसके साथ बलात्कार एवं लूट की वारदात करने एवं बचाव के दौरान गला दबाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण एवं पुलिस के समय पर पहुंचने पर बच गई। थानाधिकारी अनिल विश्नोई ने महिला की रिपोर्ट पर ग्रामीणों की उपस्थिति में थाने के हिस्ट्रीशीटर राजू पुत्र कन्हैयालाल मीणा, निवासी पहाड़ी थाना सराड़ा के खिलाफ मामला दर्ज किया है।