गाजियाबाद में दीवार पर टकराने से कार में हुए नुकसान की भरपाई न करने पर दोस्तों ने कोचिंग सेंटर संचालक को मकान की दूसरी मंजिल से नीचे फेंककर मौत के घाट उतार दिया। घटना शुक्रवार रात शास्त्रीनगर एम-ब्लॉक में हुई। मृतक के भाई की तहरीर पर दोनों दोस्तों के खिलाफ कविनगर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि सभी पहलुओं पर मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
शास्त्रीनगर एम-ब्लॉक निवासी अनिल कुमार (43) परिवार के साथ रहते थे। उनके परिवार में पत्नी अंजू देवी, दो बच्चे सिद्धार्थ और कृषिका के अलावा पिता और बड़े भाई मनोज कुमार हैं। परिजनों के मुताबिक, अनिल कुछ समय पहले शास्त्री नगर में एक स्कूल के बाहर स्टेशनरी की दुकान करते थे। लॉकडाउन में दुकान बंद होने के बाद वह और उनकी पत्नी घर पर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने लगे। मनोज ने बताया कि पड़ोस में रहने वाला हरेंद्र उनके भाई अनिल का दोस्त है। शुक्रवार रात करीब 9 बजे हरेंद्र अनिल को अपनी ब्रेजा कार में साथ ले गया। आरोप है कि हरेंद्र ने अपने भाई नरेंद्र के साथ मिलकर अनिल को शराब पिलाई। मनोज का कहना है कि घर लौटते वक्त कार को अनिल चला रहा था। घर के पास पार्क की दीवार से टकराकर कार क्षतिग्रस्त हो गई।
विवाद के बाद अनिल के घर आ धमके दोस्त
मनोज का कहना है कि कार क्षतिग्रस्त होने के बाद हरेंद्र और नरेंद्र अनिल से झगड़ा करने लगे। मारपीट करने पर अनिल वहां से भागकर घर आ गए और दूसरी मंजिल पर अपने कमरे में चले गए। आरोप है कि थोड़ी देर बाद ही हरेंद्र और नरेंद्र अपने तीन अज्ञात साथियों के साथ घर पर आ धमके और गाली-गलौज शुरू कर दी। अनिल के परिजनों ने काफी समझाने की कोशिश की लेकिन वह झगड़े पर उतारू हो गए।
पिता ने हर्जाना देने का आश्वासन दिया फिर भी नहीं माने आरोपी
मनोज का कहना है कि उनके पिता चरण सिंह ने हरेंद्र और नरेंद्र को काफी समझाया और अगले दिन कार में हुए नुकसान का हर्जाना देने का आश्वासन भी दिया, लेकिन इसके बावजूद आरोपी नहीं माने और जबरन अनिल के कमरे में घुस गए। आरोप है कि हरेंद्र और नरेंद्र ने दूसरी मंजिल पर जाकर अनिल के साथ मारपीट की और फिर दूसरी मंजिल से उसे नीचे फेंक दिया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।
अस्पताल में मृत घोषित किया
परिजनों का कहना है कि दूसरी मंजिल से नीचे फेंके जाने के बाद अनिल बेहोश हो गए। उन्हें आनन-फानन में स्थानीय सर्वोदय अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने के चलते उन्हें यशोदा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजनों ने कविनगर पुलिस को सूचना दी। कवि नगर एसएचओ आनंद प्रकाश मिश्र का कहना है कि मृतक के भाई मनोज की तहरीर पर हरेंद्र और नरेंद्र को नामजद करते हुए हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।