पूर्वी निगम के सबसे बड़े स्वामी दयानंद अस्पताल में चल रही डॉक्टर, नर्स और पेरामेडिकल कर्मचारियों की हड़ताल शुक्रवार को चौथे दिन भी जारी । इस संबंध में निगमायुक्त विकास आनंद का कहना है कि जनवरी में नौकरी ज्वॉइन करने वाले 22 हड़ताली डॉक्टरों को गैर हाजिर माना जाएगा, लेकिन किसी को बर्खास्त नहीं किया गया है। दूसरी तरफ हड़ताली डाक्टरों का कहना है कि शनिवार की सुबह नौ बजे एक बैठक की जाएगी जिसमें तय किया जाएगा कि हड़ताल समाप्त होगी या जारी रहेगी।
बर्खास्तगी का नोटिस जारी होने के बाद डॉक्टर और अन्य कर्मचारियों ने रोष प्रकट किया था। शुक्रवार सुबह कर्मचारी अस्पताल गेट पर एकत्रित हुए। डॉक्टर, नर्स सहित कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि एक तो चार महीने से वेतन नहीं मिल रहा और अस्पताल प्रशासन बर्खास्तगी का नोटिस जारी कर दबाव बना चाहता है। उन्होंने कहा कि यह कौन सा न्याय है। डॉक्टर संदीप मोहंती ने कहा कि शुक्रवार को भी हड़ताल जारी रही। इस संबंध में डाक्टर चक्रवर्ती का कहना है अभी हड़ताल समाप्त नहीं की गई है। शनिवार को सभी डाक्टर की एक बैठक होगी जिसमें तय किया जाएगा कि हड़ताल खत्म होगी या नहीं। डाक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल निगम मुख्यालय में निगमायुक्त से मिला था।
स्थायी समिति चेयरमैन पहुंचे अस्पताल
स्थायी समिति के चेयरमैन वीएस पंवार और शाहदरा उत्तरी जोन के चेयरमैन प्रवेश शर्मा दोपहर दो बजे के बाद डॉक्टरों के पास पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल डॉक्टर रेवानी, डॉक्टर चक्रवती सहित पेरामेडिकल स्टाफ यूनियन के पदाधिकारियों के साथ लंबी बैठक की। उन्होंने आश्वासन दिया कि नवंबर का वेतन 15 फरवरी तक जारी करा दिया जाएगा। साथ ही दिसंबर, जनवरी और फरवरी का वेतन मार्च तक जारी कर दिया जाएगा।
बैठक में बोले निगमायुक्त
अबतक किसी को बर्खास्त नहीं किया गया है। हड़ताल में वे 22 डॉक्टर भी शामिल हैं जिन्होंने जनवरी में अस्पताल में नौकरी ज्वॉइन की है। ये सभी अभी कांट्रेक्ट पर हैं, जितने दिन ये हड़ताल के चलते अनुपस्थित रहे हैं उतने दिन का वेतन काटा जाएगा। स्थायी समिति की बैठक में निगमायुक्त विकास आनंद ने कहा कि ग्रुप डी को छोड़कर अस्पताल के डॉक्टरों सहित अन्य कर्मचारियों के नवंबर माह का वेतन 15 फरवरी तक जारी करा दिया जाएगा।