राजस्थान के उदयपुर जिले में दुष्कर्म के प्रयास के मामले में पीड़िता को बयान बदलने के लिए पुलिसवालों ने ही पांच लाख रुपये ऑफर कर दिए। मामले में बावलवाड़ा थानाधिकारी सकाराम व तीन कांस्टेबलों पर केस दर्ज किया गया है। कोर्ट के आदेश पर यह मामला पानरवा थाने में दर्ज हुआ है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पानरवा थानाधिकारी राम सिंह चुंडावत ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर थानाधिकारी सकाराम गरासिया, कांस्टेबल मुकेश, मोटाराम व मगनलाल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है। आरोप है कि मामले में 29 दिसंबर को पीड़िता के 164 के बयान होने वाले थे, इससे एक दिन पहले सकाराम व तीनों कांस्टेबल पीड़िता के घर पहुंचे और बयान बदलने के लिए दबाव बनाया। सकाराम ने पीड़िता व उसके परिजनों से कहा कि अभी पांच लाख रुपए रखो और बोलो कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है। इसकी रिपोर्ट भी पानरवा थाने में 10 जनवरी को दी गई थी।
पुलिस कांस्टेबल पर था दुष्कर्म का आरोप
बता दें कि 23 दिसंबर 2021 को पुलिस कांस्टेबल जितेंद्र मीणा के खिलाफ दुष्कर्म के प्रयास का मामला दर्ज करवाया गया था। इसके मुताबिक एक विवाहिता की गुमशुदगी के मामले में पुलिस पीड़िता व उसके परिजनों को गुजरात लेकर गई थी, तभी डैया चौकी में रात को विवाहिता के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया था। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने आरोपी जितेंद्र मीणा को निलंबित कर दिया था। इस मामले में डीएसपी कुशलराम चोर्डिया पर भी रिपोर्ट बदलने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगा था। इस पर एसपी ने मामले की जांच डीएसपी चेतना भाटी को सौंप दी थी। दूसरी तरफ आरोपी ने भी प्रेस कांफ्रेंस कर दुष्कर्म के प्रयासों को निराधार बताया था।