दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कहा कि पूर्वी दिल्ली के कस्तूरबा नगर में हाल ही में एक महिला का अपहरण, गैंगरेप और उसके हमलावरों द्वारा उसकी परेड कराने के बारे में पहचान उजागर करने और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली पुलिस की अपील सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर कई ट्वीट पोस्ट किए जाने के बाद आई है जिसमें दावा किया गया है कि पीड़िता ने कथित तौर पर आत्महत्या की है। कुछ पोस्ट में कथित तौर पर पीड़िता की पहचान का भी खुलासा हुआ था।
पुलिस ने लोगों से पीड़िता की पहचान उजागर नहीं करने और भ्रामक तथ्य न फैलाने की अपील करते हुए कहा कि अफवाह फैलाने वालों की पहचान कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
पिछले हफ्ते, पूर्वी दिल्ली के कस्तूरबा नगर की सड़कों पर एक 20 वर्षीय महिला का उसके हमलावरों द्वारा कथित रूप से अपहरण, गैंगरेप और परेड कराई गई थी, उसके बाल काटकर, चेहरे पर कालिख पोतकर और गले में एक जूते की माला डालकर घुमाया गया था।
पुलिस ने कहा कि उन्होंने मामले के सिलसिले में आठ महिलाओं और एक पुरुष के साथ-साथ तीन (लड़कों) को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि पीड़ितों की शिकायत और घटना के तुरंत बाद ऑनलाइन सामने आए वीडियो के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) आर. साथियासुंदरम ने ट्विटर पर अपना एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें लोगों से सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के माध्यम से अफवाहों और झूठी सूचनाओं को साझा न करने का आग्रह किया गया।
उन्होंने कहा कि कस्तूरबा नगर यौन उत्पीड़न मामले में, कुछ लोग पीड़िता और घटना के बारे में सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के माध्यम से अफवाह फैला रहे हैं। झूठी जानकारी पोस्ट की जा रही है। उनमें से कुछ पीड़ित की पहचान का खुलासा करते हुए भी पाए जाते हैं और एक सांप्रदायिक देने की कोशिश कर रहे हैं।।
डीसीपी ने कहा कि उनमें से कुछ अफवाहें फैला रहे हैं कि पीड़िता ने आत्महत्या कर ली है। यह झूठी सूचना है। पीड़िता ठीक और सुरक्षित है। टीम के अधिकारी भी उससे मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई सोशल मीडिया या किसी अन्य प्लैटफॉर्म के माध्यम से अफवाहें या गलत जानकारी फैलाता पाया जाता है, तो हम निश्चित रूप से ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। अब तक, जिसने भी इस घटना पर इस तरह के पोस्ट साझा किए हैं, हम उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं।