अमेरिकी नौसेना अपने सबसे एडवांस फाइटर जेट F-35 को खोजने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। बता दें अमेरिकी नौसेना के बेड़े में सबसे नया जेट F-35C 24 जनवरी को नियमित संचालन के दौरान विमानवाहक पोत यूएसएस कार्ल विंसन पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। दुर्घटना में कम से कम सात लोग घायल हो गए थे।
सीएनएन की एक रिपोर्ट बताती है कि फाइटर जेट को खोजने के लिए अमेरिका हर संभव कोशिश कर रहा है क्योंकि चीन की नजरें इस जेट पर हैं। अमेरिका इसलिए दुर्घटनाग्रस्त जेट की तलाशी कर रहा है ताकि चीन के हाथ यह टेक्नोलॉजी न लग जाए। एक्सपर्ट्स ने भी कहा है कि अमेरिका के इस खोजी ऑपरेशन पर चीन बारीकी से नजर बनाए हुए है।
चीन के हाथ लगा जेट तो भड़क जाएगा मामला
एक्सपर्ट्स यह मानते हैं कि चीन अमेरिकी तलाशी अभियान के नजदीक नहीं जाएंगे लेकिन वह नजर बनाए हुए हैं। बेशक वह अमेरिकी जेट की टेक्नोलॉजी जानना चाहेंगे लेकिन चीन उस तलाशी अभियान के पास नहीं जाएगा। एक्सपर्ट्स का मानना है कि चीन के ऐसा करने से अमेरिका के साथ जारी विवाद में और बढ़ोतरी हो जाएगी।
हालांकि कुछ एक्सपर्ट्स ने यह भी कहा है कि यह तनावपूर्ण वक्त है। ऐसे में चीन को अमेरिका की मदद करनी चाहिए। क्योंकि चीन अगर दुर्घटनाग्रस्त जेट या उसके पार्ट्स को हासिल करता है दोनों देशों के बीच मामला और भड़क जाएगा।
चीनी सरकारी मीडिया ने अमेरिका को लताड़ा
चीनी सरकारी मीडिया ने जेट के दुर्घटनाग्रस्त होने पर अमेरिका की जमकर खिल्ली उड़ाई है। चीनी मीडिया में कहा जा रहा है कि इस दुर्घटना ने अमेरिकी सेना की थकान को उजागर कर दिया है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अमेरिका अपने सैनिकों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य और उच्च तकनीकी जोखिमों की कीमत पर चीन के खिलाफ अपने कौशल का प्रदर्शन कर रही है।