महाराष्ट्र की सियासी गलियारों में एक नए विवाद ने जन्म ले लिया है। यह विवाद सुपर मार्केट में शराब की बिक्री को लेकर है। दरअसल, महाराष्ट्र सरकार ने फैसला किया है कि अब किराने की दुकानों और सुपर मार्केट में भी शराब बिक्री की अनुमति दी जाएगी। इस फैसले के बाद से यहां सियासी घमासान छिड़ गया है। बीजेपी के विरोध दर्ज करने के बाद शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत ने पलटवार किया है
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक संजय राउत ने कहा कि फडनवीस सरकार ने ऑनलाइन शराब की होम डिलीवरी देने की नीति बनाने की योजना बनाई, तो वो क्या था? आगे उन्होंने कहा कि बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि शराब एक दवा है और इसे कम मात्रा में पिएं।
इससे पहले शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत ने सुपर मार्केट में प्रदेश में शराब बेचने के राज्य सरकार के फैसले का शुक्रवार को स्वागत किया। राउत ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी सरकार के इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा थ कि इससे उन फल किसानों को फायदा होगा जो शराब बनाने वालों को अपनी उपज बेंचेंगे और इससे राज्य सरकार को भी लाभ मिल सकता है।
वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरष्ठि नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने राज्य सरकार के इस कदम की आलोचना करते हुए कहा, ”हम महाराष्ट्र को मद्य महाराष्ट्र नहीं बनने देंगे।” वहीं, राउत ने भाजपा के रुख की आलोचना की। उन्होंने कहा कि जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं वे किसान विरोधी हैं, क्योंकि वे नहीं चाहते कि किसानों की आय बढ़े।