राजस्थान के उदयपुर में लॉटरी में कार खुलने का झांसा देकर रिटायर्ड इंजीनियर से 63 लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया है। पुलिस ने दिल्ली से 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने फोनकर लॉटरी में कार जीतने की बात बताई। इसके बाद आरटीओ और नॉमिनी चार्जेस के नाम पर वो बुजुर्ग से अलग-अलग टुकड़ों में लाखों रुपए लेते रहे। 4 महीने पहले आरोपियों ने सेक्टर 8 निवासी एक रिटायर्ड अधिकारी के साथ ठगी की थी।
हर रोज ट्रांसफर कराते थे रुपए
थानाधिकारी रामसुमेर मीणा ने बताया कि 22 सितंबर को जलदाय विभाग के रिटायर्ड सहायक अभियंता नंदकिशोर अरोड़ा ने मामला दर्ज करवाया था। अरोड़ा को एक नंबर से कॉल आया। एक लॉटरी कंपनी का हवाला देकर उन्हें लकी ड्रॉ में कार जीतने की बात बताई गई। इसके बाद ठग ने उनसे नाम, पता और जानकारी मांगी। ठग रोजाना अरोड़ा को कॉल करते और झांसे में लेते रहे। ठग कभी एक लाख, तो कभी 50 हजार रुपए अलग-अलग चार्जेस के नाम पर अरोड़ा से अपने खाते में ट्रांसफर करवाते रहे। अरोड़ा कुछ साल पहले पीएचईडी से एईएन पद से रिटायर्ड हुए हैं। रिटायरमेंट के दौरान उन्हें 63 लाख की बड़ी रकम उन्हें मिली थी।
ये बदमाश गिरफ्तार हुए
पुलिस का कहना है कि पहली बार जब पीड़ित हमारे पास पहुंचे तो यकीन नहीं हुआ कि 8-9 लाख रुपए की कार के लिए कोई 63 लाख रुपए किसी को कैसे भेज सकता है। इसके बाद बैंक खाते से ट्रांजेक्शन स्टेटमेंट चेक करने के बाद पुलिस को विश्वास हो गया। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और लगातार बैंक खातों, आरोपियों द्वारा बताए गई कंपनी के नाम-पतों पर जांच की। मंगलवार को एक इनपुट के आधार पर पुलिस दिल्ली से तीन बदमाशों को हिरासत में लिया। पुलिस ने इस मामले में हरियाणा के फरीदाबाद निवासी गोपाल गोयल, त्रिभुवन यादव और दिल्ली के जैतपुर निवासी ऋषभ सिंह को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों को शुक्रवार को न्यायालय में पेश कर पीसी रिमांड की मांग की जाएगी।