रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा को ट्वीट के जरिए जवाब देते हुए कहा कि न्योता मुझे नहीं, उन 700 से ज्यादा किसान परिवारों को दें जिनके घर उजाड़ दिए। जयंत ने कहा कि छात्रों के साथ हिंसा देश के भविष्य पर वार है। कृषि आंदोलन के दौरान जिस तरह से किसानों पर अत्याचार हुआ, उसे कैसे भुलाया जा सकता है।
जयंत चौधरी ने कहा कि हमने गलत राह नहीं चुना बल्कि इस बार उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में किसान वोट की चोट से भाजपा को सबक सिखाने के लिए तैयार है। जाटों को आरक्षण और भूतपूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की मांग पहले भी जाट समाज उठा चुके हैं। बावजूद इसके चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की मांग को भाजपा सरकार ने अनसुनी की है।
रहा सवाल आरक्षण का तो चौधरी अजित सिंह अपने कार्यकाल के दौरान संसद में जाटों को आरक्षण देने की वकालत कर चुके हैं। हार से घबराकर भाजपा जाट समाज के कुछ चुनिंदा लोगों को दिल्ली बुलाकर जाट समाज को मनाने में जुट गया है, लेकिन जाट समाज सहित किसान बिरादरी ने भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है।
भाजपा के साथ जाने का कोई सवाल ही नहीं: यशवीर सिंह
रालोद के क्षेत्रीय अध्यक्ष यशवीर सिंह ने भी कहा कि रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी का भाजपा में जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता। रालोद जिलाध्यक्ष डॉ जगपाल तेवतिया ने कहा कि भाजपा को इस बार जाट समाज वोट देने को तैयार नहीं है। इस बार वेस्ट यूपी में जाट और मुस्लिम गठजोड़ भाजपा को जवाब देने के लिए तैयार है। कृषि आंदोलन के दौरान जाटों और किसानों को खालिस्तानी तक बोला गया। जयंत चौधरी पर लाठीचार्ज हुआ। उसे जाट और किसान कैसे भूल जाएंगे।