गणतंत्र दिवस से पहले राजधानी दिल्ली आतंकियों के निशाने पर है। दिल्ली पुलिस और तमाम सुरक्षा एजेंसियों द्वारा दिल्ली में पिछले 2 महीने से आतंकवाद विरोधी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस से ऐन पहले मंगलवार को कुछ संदिग्ध आतंकियों के फोटो जारी किए हैं। कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर के पास लगाए गए संदिग्ध आतंकियों के पोस्टरों में पुलिस ने उनकी पहचान उजागर करने के साथ ही लोगों से इनके बारे में जानकारी देने की अपील की है। दिल्ली पुलिस ने इनका सुराग देने वालों को इनाम देने की भी घोषणा की है।
गाजीपुर फूल मंडी में आईईडी बम मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां और अलर्ट हो गई हैं। माना जा रहा है कि दिल्ली में छिपे कुछ आतंकी या स्लीपर सेल के सदत्य किसी बड़ी आतंकी योजना को अंजाम देने की कोशिश कर सकते हैं। इसको देखते हुए दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस के मद्देनजर सुरक्षा को मजबूत करने और दिल्ली के हॉटस्पॉट्स पर निगरानी के लिए 6 एंट्री पॉइंट्स सहित 30 स्थानों पर एक स्पेशल फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम (चेहरे की पहचान प्रणाली) के साथ सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। इस फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम के पास 50,000 संदिग्ध अपराधियों का डेटाबेस है।
दिल्ली पुलिस हेड कॉन्स्टेबल ने बताया कि परेड देखने के लिए आने वाले लोगों के लिए 6 एंट्री पॉइंट और 16 ब्रिज पर 30 फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम लगाए गए हैं। जब कोई शख्स इन जगहों से एंट्री करेगा तो उसका चेहरा सिस्टम में दिखाई देगा और अगर एंट्री वाला शख्स संदिग्ध है तो सिस्टम पर लाल लाइट दिखाई देगी। इस सिस्टम में गैर जघन्य अपराध करने वाले और संदिग्ध आतंकवादियों का डेटा शामिल है। सभी जगह पर पुलिस के जवान तैनात रहेंगे और वो सभी व्यक्तियों को मास्क निकलने के लिए पहले ही बोल देंगे ताकि फेस पता चल सके। जो संदिग्ध होगा उसे हमारे कर्मी पकड़ने के बाद उसकी पूरी तरह जांच करेंगे।
शहर में नाकाबंदी, वाहनों की जांच, होटलों और गेस्ट हाउसों की जांच और वैरिफिकेशन की जा रही है। इसके साथ ही हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए काउंटर ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। शहर से बाहर जाने वाले रास्ते पर कड़ी निगरानी की जा रही है।
गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा के लिए 27 हजार से अधिक पुलिसकर्मी तैनात
दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने रविवार को कहा था कि राजधानी में गणतंत्र दिवस के अवसर पर सुरक्षा के लिए 27 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है तथा आतंक रोधी व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। उन्होंने कहा था कि दिल्ली हमेशा ही आतंकियों के टारगेट पर रहती है। इसे लेकर हम इस बार भी अलर्ट हैं।
राकेश अस्थाना ने कमिश्नर ने बताया कि इस बार 27,000 से ज्यादा फोर्स लगाई गई है, जिनमें दिल्ली पुलिस के कमांडो से लेकर डीसीपी, एसीपी स्तर तक के अधिकारी शामिल हैं। साथ ही केंद्रीय सुरक्षा बलों की 65 कंपनियां भी तैनात हैं। दूसरी एजेंसियों की भी मदद ली गई है। इसके साथ ही सोशल मीडिया मॉनिटरिंग से लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
अस्थाना ने कहा कि 71 डीसीपी, 213 एसीपी और 753 निरीक्षकों समेत दिल्ली पुलिस के 27,723 कर्मियों को परेड की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। इनकी सहायता के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 65 कंपनियों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले दो महीने में दिल्ली पुलिस ने अन्य सुरक्षा एजेंसियों के समन्वय से आतंक रोधी उपाय और मजबूत किए हैं।
दिल्ली में हॉट एयर बैलून, मानवरहित विमानों की उड़ान पर पाबंदी
दिल्ली पुलिस द्वारा गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर 20 जनवरी से ही राजधानी दिल्ली में यूएवी, पैरा-ग्लाइडर और गर्म हवा के गुब्बारों सहित अन्य उप पारंपरिक हवाई संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह आदेश 15 फरवरी तक प्रभावी रहेगा। कुछ आपराधिक या असामाजिक तत्वों, आतंकवादियों द्वारा आम जनता, गणमान्य व्यक्तियों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने संबंधी खबरों के बीच यह आदेश जारी किया गया है।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना द्वारा जारी आदेश के अनुसार, पैरा-ग्लाइडर, पैरा-मोटर्स, हैंग ग्लाइडर, मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी), मानव रहित हवाई सिस्टम (यूएएस), माइक्रोलाइट विमान, रिमोट संचालित विमान, गर्म हवा के गुब्बारे, क्वाडकॉप्टर या विमान से पैरा-जंपिंग समेत अन्य उप-पारंपरिक हवाई संसाधनों के उपयोग से आम जनता, गणमान्य व्यक्तियों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है।
आदेश के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने पैरा-ग्लाइडर, पैरा-मोटर्स, हैंग ग्लाइडर, यूएवी, यूएएस, बेहद हल्के एयरक्रॉफ्ट, रिमोट से संचालित एयरक्रॉफ्ट, हॉट एयर बैलून, छोटे आकार के एयरक्राफ्ट, क्वाडकॉप्टर या पैरा- जंपिंग जैसे उप पारंपरिक हवाई संसाधनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। आदेश में कहा गया है कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में इन उड़ानों को संचालित करना दंडनीय होगा।