मुंबई के तारदेव इलाके में भाटिया अस्पताल के पास शनिवार को 20 मंजिला इमारत में भीषण आग लग गई। इसकी चपेट में आने से छह लोगों की मौत हो गई। दिल दहला देने वाली इस घटना में कई लोग घायल हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें कुछ की हालत गंभीर है। ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने बताया कि 6 वृद्ध लोगों को ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम की जरूरत थी। उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। मौके पर फंसे सभी लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है, लेकिन धुआं बहुत ज्यादा है।
लेवल 3 की आग घोषित किया गया
दमकल विभाग के अनुसार, आग सुबह 7.28 बजे लगी और सुबह 8.10 बजे इसे लेवर 3 घोषित किया गया। विभाग ने कहा कि आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 13 गाड़ियां और सात जंबो टैंकर लगाए गए। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि उन पर काबू पाने में दमकलकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
3 घायल ICU में भर्ती
घायलों में से 15 को भाटिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से 3 ICU में हैं और 12 सामान्य वार्ड में भर्ती हैं। वहीं, चार घायलों को नायर अस्पताल भेजा गया है। नायर अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि दो लोगों को मृत लाया गया था। महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष मंगल प्रभात लोढ़ा ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया।
फायर ब्रिगेड ने शुरू की हादसे की जांच
आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चला है। आग की वजह से फ्लैट को काफी नुकसान पहुंचा है। इसका कॉमन पैसेजवे पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। इमारत का फायर फाइटिंग सिस्टम काम नहीं कर रहा था। फायर ब्रिगेड ने बताया कि इमारत के मालिकों ने फायर ब्रिगेड को अग्नि सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की थी। घटना की जांच की जा रही है।
तीन महीने में यह चौथा बड़ा आग हादसा
तीन महीने में यह चौथा बड़ा आग हादसा है, जिसमें नागरिकों की जान चली गई। 23 अक्टूबर को मुंबई के करी रोड स्थित 61 मंजिला वन अविघ्ना पार्क की 19वीं मंजिल पर लगी आग में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। 7 नवंबर को कांदिवली में 15 मंजिला हंसा हेरिटेज की 14वीं मंजिल में आग लगने से दो लोगों की मौत हो गई थी। 23 सितंबर को खान के नोटन विला में आग लगने से एक महिला की मौत हो गई थी। इन सभी मामलों में आग लगने के समय इमारत की अग्निशमन प्रणाली चालू नहीं थी।